रांचीः झारखंड विधानसभा का दूसरे चरण के चुनाव के चंद घंटे ही शेष हैं. शनिवार को दूसरे चरण के 20 सीटों पर चुनाव होना है. यह चुनाव राजनीतिक दलों की दिशा और दशा तय कर देगा. इन सीटों पर बीजेपी को बढ़त बनाने की चुनौती है तो झामुमो को अपना गढ़ बचाने की चुनौती है.
दूसरे चरण के छह सीटों पर बीजेपी, आजसू, कांग्रेस और जेएमएम ने ऐसे उम्मीदवार पर दावं खेला है, जिन्हें चुनाव लड़ने का कोई अनुभव ही नहीं है. लेकिन ये नये प्लेयर चुनाव को दिलचस्प बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे.
बीजेपी ने तीन नये उम्मीदवारों पर खेला है दावं
बीजेपी ने दूसरे चरण के 20 में से तीन सीटों पर ऐसे उम्मीदवारों को उतारा है, जिन्हें चुनाव लड़ने का कोई अनुभव ही नहीं है. ये तीनों नये चेहरे बीजेपी के सीटिंग विधायकों का टिकट काट कर उतारे गए हैं. इसमें घाटशिला से लखन मार्डी हैं, जिन्हें लक्ष्मण टुडू के स्थान पर जगह दी गई है.
लक्ष्मण टुडू पिछले चुनाव में लगभग 6000 वोट से जीत हासिल की थी. अब लखन मार्डी के सामने आजसू के प्रदीप बलमुचू है. ऐसे में लखन मार्डी के लिए अपने आप को साबित करना चुनौती होगी.
जमशेदपुर पश्चिमी से सरयू राय का टिकट करने के बाद बीजेपी ने नया चेहरा देवेंद्र सिंह को उतारा है. देवेंद्र सिंह के सामने कांग्रेस के बन्ना गुप्ता मैदान में हैं. देवेंद्र सिंह को स्थापित करना भी एक चुनौती होगी.
वहीं सिमडेगा में बीजेपी की सीटिंग एमएलए विमला प्रधान का टिकट काट सदानंद बेसरा पर बीजेपी ने दावं खेला है. उनके सामने झारखंड पार्टी की आइरिन एक्का हैं.
जेएमएम ने तोरपा से संदीप गुड़िया पर खेला है दावं
जेएमएम ने तोरपा से नया चेहरा संदीप गुड़िया पर दावं खेला है. सीटिंग एमएलए पौलुस सुरीन का टिकट कटने के बाद संदीप गुड़िया को अपने आप को साबित करना चुनौती होगी, क्योंकि उनके सामने निर्दलीय लड़ रहे पौलुस सुरीन की चुनौती है.
वहीं आजसू ने तमाड़ में नया चेहरा राम दुर्लभ सिंह मुंडा पर दावं खेला है. राम दुर्लभ के सामने आजसू से झामुमो में गये विकास मुंडा के अलावा रीता देवी मुंडा, राजा पीटर और नक्सली कुंदन पाहन चुनौती बने हुए हैं. यह मुकाबला काफी दिलचस्प होने की संभावना है.
जगन्नाथपुर में कांग्रेस में नये चेहरे पर खेला है दावं
गीता कोड़ा के सांसद बनने के बाद कांग्रेस ने जगन्नाथपुर सीट से नया चेहरा पर दावं खेला है. इस सीट से कांग्रेस के सोना राम सिंकु मैदान में हैं. जिन्हें चुनाव लड़ने का कोई अनुभव नहीं है. सिंकू के सामने बीजेपी के सुधार सुंडी और आजसू के मंगल सिंह चुनौती बने हुए हैं.