रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 12 दिसंबर को हटिया सीट पर भी वोट डाले जाने हैं. इस बार लगातार पार्टी बदलते रहने वाले उम्मीरदवार ने दल नहीं बदला है. उम्मीेदवारों के उनके प्रति मतदाताओं का मन नहीं बदलने पर ही उनके सिर पर जीत का सेहरा बंध पाएगा.
इस सीट पर निर्दलीय सहित 15 उम्मीदवार मैदान में हैं. यूपीए में हुए समझौता के तहत कांग्रेस ने यहां से प्रत्याशी उतारा है. झाविमो, कांग्रेस और आजसू वापसी कर पुराने दिन लौटना चाहती है. झामुमो खाता खोलना के प्रयास में है. सरकार में साथ रहे आजसू ने भी उम्मीदवार उतारा है.
ये हैं मैदान में खड़े-
भारतीय जनता पार्टी से नवीन जायसवाल, झारखंड मुक्ति मोर्चा से अभिमन्यु कुमार, झारखंड विकास मोर्चा से शोभा यादव, कांग्रेस से अजय नाथ शाहदेव, आम आदमी पार्टी से आलोक शरण प्रसाद, आजसू से भारत कांशी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से सुभाष मुंडा, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक से स्वास्तिका कुमारी, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया से मिंटू पासवान, झारखंड पार्टी से वासवी किडो, जनता दल यूनाइटेड से आइनुल हक, समाजवादी पार्टी से अमरुल हुडा, निर्दलीय अब्दुल्ला अजहर अंसारी, अरुण तिवारी और विजय सिंह.
अब तक के विधायक-
1985 से इस विधानसभा सीट हटिया सीट पर सिर्फ भाजपा ही तीन बार जीत सकी है. 1990 से 2000 तक भाजपा के रामजीलाल सारडा ने जीत दर्ज की. वे सरकार में मंत्री भी रहे थे.
2005 से 2014 के बीच हुए तीन चुनावों में भाजपा से जीत दूर रही. 2005 में कांग्रेस के प्रत्याशी रातू महाराजा के पुत्र गोपाल एसएन शाहदेव ने जीत दर्ज की. 2009 में भी उन्होंरने भाजपा प्रत्यातशी को महज 25 वोट से हराया था. बीच में उनका निधन हो जाने से इस सीट पर हुए 2012 में हुए उपचुनाव में आजसू के नवीन जायसवाल ने जीत हासिल की.
2014 में वे झाविमो के टिकट पर चुनाव में जीत हासिल की. इसके बाद वे 2015 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इस बार भी भाजपा के टिकट से ही चुनाव लड़ रहे हैं.