नीरज कुमार
रांची: केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक की मंजूरी दिए जाने पर मुस्लिम समुदायों ने रोष जताया. रांची के एकरा मस्जिद और रिसालदार बाबा दरगाह के बाहर शुक्रवार को पोस्टर और काला बिल्ला लगाकर सांकेतिक विरोध जताया गया.
पोस्टर में ‘मैं CAB और NRC का पूरजोर विरोध करता हूं’ लिखा हुआ था. एकरा मस्जिद के इमाम डॉ ओबैदुल्लाह काशमी ने कहा कि इससे नुकसान सिर्फ मुसलमानों को नहीं, बल्कि गैर मुसलमानों को भी होगा.
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संदेश दिया जा रहा है कि यह सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ है. असम में उग्र प्रदर्शन दलित और गैर मुस्लिम द्वारा किया जा रहा है. यह देश को बांटने की साजिश है.
हिंदू-मुस्लिम भाईचारा और देश की गंगा जमुनी तहजीब को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. इस मकसद में सरकार कामयाब नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि हमें कोई दिक्कत नहीं है. जो भी पेरशानी आती है, उसे मुसलमान दूर करता है. इससे पहले भी सिटीजन अमेंडमेंट बिल 7 बार हो चुका है, लेकिन वह धर्म के आधार पर नहीं हुआ.
इस बार धर्म के आधार पर हुआ. इससे पहले भी सरकार बनी हैं, लेकिन वह मुसलमानों को दरकिनार करके नहीं बनायी गयी.उन्होंने कहा यहां भी अल्पसंख्यक पर जुल्म हो रहे हैं.
मॉब लिंचिंग हो रहा है. लव जिहाद के नाम पर दाढ़ी और टोपी के आधार पर हमें मारा जा रहा है. इस बिल के माध्यम से हमारे ऊपर जुल्म किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार दिखाती कुछ है और करती कुछ और है. इस पर जनता विश्वास नहीं करती है. इस लड़ाई में हमारे साथ मुस्लिम, दलित और गैर मुस्लिम भी हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह की लड़ाई लोगों द्वारा अमन और शांति के लिए सड़कों पर उतर कर लड़ा गया. उसमें गैर मुसलमानों ने भी हमारा साथ दिया. यह लड़ाई भी उनके साथ लड़ी जाएगी, अकेले नहीं लड़ी जाएगी.