रांची: फिलहाल झारखंड राज्य सूचना आयोग में सिर्फ एक ही सूचना आयुक्त हैं. मुख्य सूचना आयुक्त आदित्य स्वरूप का भी कार्यकाल समाप्त हो गया. अब नये सूचना आयुक्त के लिए नई सरकार के गठन तक का इंतजार करना होगा.
इस बार भी सूचना आयुक्त की कुर्सी पर ब्यूरोक्रेट्स की भी नजरें हैं. इस कुर्सी पर बैठने के लिए एक दर्जन से अधिक पूर्व IAS अफसरों ने इच्छा जताई है. मुख्य सूचना आयुक्त के अलावा सूचना आयुक्त के आठ पद रिक्त पड़े हैं.
ये पूर्व IAS हैं रेस में
विनोद शंकर मिश्र, मीणा ठाकुर, पीके जाजोरिया, राजकुमार, बिरसाय उरांव, श्रवण साय, विनोद चंद्र झा, भवानी प्रसाद लाल दास, फिदेलिस टोप्पो, गौरी शंकर मिंज, सुमन कुमार और डॉ प्रवीण शंकर शामिल हैं.
इसके अलावा कई पूर्व IFS ने भी आवेदन दिया है. इसमें पीसीसीएफ रैंक के डॉ डीडी शर्मा, कीर्ति सिंह, एसएच काजमी, एके प्रभाकर व वीसी निगम के नाम शामिल हैं.
कुल 228 लोगों ने दिया है आवेदन
सूचना आयुक्त के लिए पूर्व IAS सहित 228 लोगों ने आवेदन दिया है. इसमें IPS, राज्य सेवा के अफसर, पत्रकार, शिक्षाविद् और नेता भी शामिल हैं. सूचना आयुक्त के अधिकतम 10 पदों पर नियुक्ति हो सकती है. यह सरकार के ऊपर निर्भर करता है. सरकार चाहे तो और खाली पड़े 8 पदों पर सूचना आयुक्त की नियुक्ति कर सकती है.
ये दिग्गज भी हैं रेस में
विनय चतुर्वेदी, राजदेव पांडेय, सुमन श्रीवास्तव, श्याम किशोर चौबे, उमापद महतो, बलवंत कुमार, प्रेम कुमार, नीरजनाथ पाठक, स्नेहलता एक्का, विवेक कुमार प्रधान, अजय कुमार सिंह, डॉ सदेश्रवर सिंह, विनोद कुमार सिन्हा, डॉ अमित कुमार, अजय दूबे, विनोद कुमार साहू, गुलाब प्रसाद साहू, डॉ भूपेंद्र नारायण सिंह, सुभाष मित्तल, हलधर महतो, दिनेश राम, प्रदूमन सिंह, अनुरंजन अशोक, प्रेम मित्तल, कमलेश्वर प्रसाद, डॉ मुरारी झा, अनिल कुमार सिंह, अशीष तिग्गा, आशा सिन्हा, राजेश प्रसाद, उषा दिव्वेदी, कुमोद कुमार ठाकुर, चंद्रप्रकाश सिन्हा, शशिरंजन प्रसाद सिन्हा, शबनम परवीन, जय प्रकाश सिंह, राकेश कुमार, उमेश प्रसाद सिंह, राज कुमार, विवेक नारायण अखौरी, डॉ संजय मिश्रा, सीमा सिन्हा प्रमुख रूप से शामिल हैं.