नई दिल्ली. दिल्ली में हुए हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ को लेकर 10 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि सभी युवकों का आपराधिक रिकॉर्ड है.
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों को सोमवार की रात गिरफ्तार किया गया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में कोई भी छात्र नहीं है.
हालांकि पुलिस ने साथ कहा है कि छात्रों को अभी क्लीन चिट नहीं दी गई है और मामले की जांच की जा रही है.
वहीं पुलिस ने बवाल के दौरान बस जलाए जाने वाले मामले में आरोपी युवकों से पूछताछ शुरू कर दी है.
गौरतलब है की दल्ली पुलिस ने जिन युवकों को गिरफ्तार किया है उन पर रविवार रात हुए बवाल में शामिल होने का आरोप है.
इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई है. हिंसा में चार सरकारी बसों को आग लगा दी गई थी.
राहगीरों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी. जिसके बाद पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों को लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया था.
आरोप है कि पुलिस ने यूनिवर्सिटी के अंदर तक घुसकर आंसू गैस के गोले दागे थे जामिया में भड़की हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दो केस दर्ज किए थे.
पहला केस न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और दूसरा मामला जामिया नगर थाने में दर्ज किया गया. पुलिस ने आगजनी, दंगा फैलाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान और सरकार काम में बाधा पहुंचाने के तहत केस दर्ज किया है.
जामिया हिंसा के बाद नदवा कॉलेज और दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी विरोध-प्रदर्शन हुआ था. नदवा के गेट पर पथराव घटना हुई थी.
वहीं डीयू के विरोध-प्रदर्शन को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों पर डीयू के अंदर दाखिल होने का भी आरोप लगा था.