रांची: देवघर प्रशासन द्वारा जानबूझ कर पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की पालाजोरी की चुनावी सभा को बाधित करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है.
अधिवक्ता मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष आर0 एन0 सहाय के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे से मिलकर लिखित रूप से देवघर प्रशासन पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के हेलीकॉप्टर को गलत अक्षांश और देशांतर उपलब्ध करा कर चुनावी सभा को अवरूद्ध करने का आरोप लगाया है.
प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि मामले में स्पष्ट रूप से देवघर प्रशासन द्वारा साजिश करने की बू आ रही है. देवघर प्रशासन प्रत्यक्ष रूप से भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रही है. देवघर प्रशासन के इस साजिश के कारण जेवीएम और जेवीएम प्रत्याशी के चुनाव को बुरी तरह प्रभावित किया गया.
साथ ही यह झाविमो अध्यक्ष के जान और सुरक्षा से भी खिलवाड़ का मामला है. प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने, दोषी व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की सिफारिश करने और तहकीकात के बाद इस साजिश में शामिल दोषियों पर एफ0आई0आर करने का निर्देश देवघर जिला प्रशासन को देने की मांग की है.
इस संबन्ध में सहाय ने कहा कि देवघर प्रशासन के ज्ञापांक 1656/गो. देवघर, दिनांक 15 दिसंबर के द्वारा बाबूलाल मरांडी के पालाजोरी के ब्लॉक मैदान में आयोजित चुनावी जनसभा के लिए जो कोऑर्डिनेट (अक्षांश और देशांतर) उपलब्ध कराया था, वह गलत है.
इस कोऑर्डिनेट के अनुसार, चुनावी सभास्थल खोजने में हेलीकॉप्टर 20 मिनट तक आसमान में चक्कर लगाता रहा, इस वजह से हेलीकॉप्टर का ईंधन भी घटता चला गया. चूंकि हेलीकॉप्टर का रिफ्यूलिंग भी पालाजोरी में कराना था इसलिए वहां हेलीकॉप्टर का उतरना अति आवश्यक था.
20 मिनट तक चक्कर लगाने और कम होते ईंधन के कारण बगैर जनसभा किए बाबूलाल मरांडी को लेकर हेलीकॉप्टर जोखिम उठाते हुए रांची एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया.
सहाय ने कहा कि देवघर प्रशासन के इस रवैये के कारण कोई भी बड़ी दुर्घटना घट सकती थी. वहीं गलत कोऑर्डिनेट के कारण हेलीकॉप्टर भटक कर कही भी जा सकता था.
इस प्रतिनिधिमंडल में केन्द्रीय प्रवक्ता सुनीता सिंह, छात्र मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार रिकूं और केन्द्रीय मीडिया प्रभारी तौहिद आलम शामिल थे.