ज्योत्सना,
खूंटी: पीएलएफआई का पूर्व नक्सली अनिल हेरेंज जेल से निकलने के आठ माह बाद रेलवे ठेकेदार से बीस हजार रुपए रंगदारी मांगने के जुर्म में दुबारा जेल भेजा गया. जेल से छूटने के बाद अलग संगठन बना कर साहिल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ठेकेदार से रंगदारी की मांंग कर रहा था.
तोरपा एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी व इंस्पेक्टर तोरपा दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि रेलवे ठेकेदार से रंगदारी मांगने वाले लोग अपने अपने घर आए हैं इसकी गुप्त सूचना मिली थी. सूचना के सत्यापन एवं गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी मुन्ना कुमार सिंह के नेतृत्व में घेराबंदी कर अनिल हेरेंज पूर्व में पीएलएफआई के तिलकेश्वर गोप व अखिलेश गोप के दस्ता में कार्यरत को गिरफ्तार किया गया.
कर्रा थाना कांड संख्या 31/16 दिनांक 4-5-016 धारा 147,148,149,353,307,414,38 भादवि 25 (1b )a 26/27/35 आर्म्स एक्ट एवं 17 सी०एल ० ए० एक्ट व कांड संख्या 23/17 दिनांक 14-4-017 धारा 25 (1 b) a 26(1)35 आर्म्स एक्ट एवं 17 सी० एल ०ए० एक्ट के पूर्व अभियुक्त अनिल हेरेंज जेल जा चुका है. जहां से वह आठ माह पूर्व जेल से निकला था.
साहिल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ठेकेदार से अनिल हेरेंज, नरेश स्वांसी उर्फ टकला, सूरज व एक अन्य ने रंगदारी की मांग की थी, जिसमें तीन लोग पुलिस की गश्ती की भनक लगने से फरार हो गए.
छापेमारी दल में थाना प्रभारी मुन्ना कुमार सिंह, पुअनि बलराम सिंह, सुधीर कुमार सिंह, हवलदार राजकुमार सिंह, भरत भूषण, रमेश चन्द्र दिवाकर, जलालुद्दीन अंसारी व सशस्त्र पुलिस बल के जवान शामिल थे.