रांचीः रुझानों में हेमंत सोरेन की अगुआई वाला महागठबंधन 41 के जादुई आंकड़े को पार कर चुका है. अगर रुझानो को अंतिम नतीजे माने तो महाराष्ट्र के बाद अब झारखंड में भी बीजेपी सत्ता से बाहर हो जाएगी.
राजनीति कभी स्थिर नहीं रहती मार्च 2018 में जहां 21 राज्यों में बीजेपी या उसके सहयोगियों की सरकार थी लेकिन दिसंबर 2019 आते-आते यह आंकड़ा सिमटकर 15 राज्यों तक पहुंचता दिख रहा है.
पिछले एक साल में ही 4 राज्य बीजेपी से छिटक चुके हैं और झारखंड ऐसा 5वां राज्य बनने की ओर चल पड़ा है.
21 राज्यों में मार्च 2018 तक खिला था कमल का फूल
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नरेंद्र मोदी की अगुआई में प्रचंड जीत हासिल कर केंद्र की सत्ता पर आरुढ़ हुई.
इसके बाद तो बीजेपी एक के बाद एक राज्यों में अश्वममेघ यज्ञ की तरह आसान जीत हासिल करती चली गयी.
उसी साल हुए महाराष्ट्र और हरियाणा और झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जीत का परचम लहराया. 2017 में सियासी लिहाज से सबसे बड़े राज्य यूपी में भी जबरदस्त जीत हासिल की.
2018 आते-आते 21 राज्य भगवा रंग में रंग चुके थे. इन राज्यों में या तो बीजेपी की सरकार थी या फिर उसके गठबंधन वाली सरकार.
मार्च 2018 में जहां 21 राज्यों में बीजेपी की सरकार थी, वहीं साल बीतते-बीतते तस्वीर तेजी से बदली. 2018 के आखिर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तो करीब डेढ़ दशकों से पार्टी का एकछत्र राज था. हालांकि, इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले से भी बड़ी जीत हासिल कर 303 सीटों पर परचम लहराया.
केंद्र में एक बार फिर मोदी सरकार बनने के बाद अक्टूबर में हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आए. महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला लेकिन सीएम पद को लेकर ऐसी पेच फंसी कि सूबा बीजेपी से छिटक गया और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे एनसीपी-कांग्रेस के सहयोग से मुख्यमंत्री बन गए.
हालांकि, हरियाणा में बीजेपी किसी तरह जेजेपी के साथ हाथ मिलाकर सत्ता बरकरार रखने में कामयाब हो गई. अब 2019 बीतते-बीतते झारखंड भी बीजेपी के हाथ से फिसल गया है.