मुंबई: एक तरफ महिलाओं की सुरक्षा का पुलिस दावा करती है और वहीं दूसरी तरफ यदि वही महिलाओं और खासकर नाबालिगों का उत्पीड़न करने लगें तो क्या होगा. ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र में सामने आया है. यहां पर एक आईपीएस अधिकारी पर नाबालिग के यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज हुआ है.
बताया जा रहा है कि नाबालिग के साथ इस आईपीएस अधिकारी ने 6 महीने पहले इस वारदात को अंजाम दिया था. नाबालिग किशोरी की उम्र 17 साल बताई जा रही है.
आईपीएस अधिकारी की पहचान निशिकांत मोरे के तौर पर हुई है, जो तलोज पुलिस में उप महानिरीक्षक (मोटर परिवहन) के पद पर तैनात हैं. पुलिस ने अब मोरे के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है.
पुलिस पर आरोप है कि वह लंबे समय से मोरे के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कर रही थी और उसे बचाने के पूरे प्रयास में लगी थी.
जानकारी के अनुसार, किशोरी के परिवार और मोरे पुराने परिचित हैं. इस वारदात को मोरे ने किशोरी की जन्मदिन की पार्टी के दिन अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और मोरे को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
पीड़िता के परिजन ने बताया कि मोरे 5 जून को युवती के जन्मदिन की पार्टी में बिना बुलाए पहुंच गए. यहां पर उन्होंने शराब की मांग की और फिर नशे में किशोरी के साथ कथित तौर पर अश्लील हरकतें की. यह पूरी घटना उस दौरान मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली गई. इस वीडियो क्लिप के आधार पर पुलिस ने मोरे के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि वे वारदात के बाद से ही मोरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की मांग कर रहे थे लेकिन पुलिस शिकायत नहीं ले रही थी.
परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस मोरे को लगातार बचाने का प्रयास कर रही है. वहीं पुलिस उपायुक्त अशोक दुधे ने कहा कि चश्मदीदों के बयान और घटना के वीडियो क्लिप के आधार पर पुलिस ने पुणे में तैनात उप महानिरीक्षक (मोटर परिवहन) निशिकांत मोरे के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज कर लिया.