रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बिशप थियोडेर मस्करेहन्स के उस बयान पर कड़ा ऐतराज व्यक्त किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो का नई सरकार को क्रिसमस का गिफ्ट बताना सही है और वह जन भावना को व्यक्त कर रहे थे.
प्रतुल ने कहा कि बिशप का यह बयान की ये भाजपा सरकार में असहज महसूस करते थे और रोज विशेष प्राथर्ना करते थे और अब नई सरकार में सब कुछ अच्छा होगा, इनके असली एजेंडा को दिखाता है. भाजपा सरकार ने भोले-भाले आदिवासियों का लोभ, लालच और भय से धर्मांतरण करने वाली शक्तियों पर शिकंजा कसा था. किसी धर्म विशेष को कभी टारगेट नहीं किया था. ऐसी परिस्थिति में इन धर्मगुरुओं के द्वारा भाजपा सरकार में असहज महसूस करना और रोज विशेष प्रार्थना करना कई संदेहों को जन्म देता है.
प्रतुल ने कहा की बिशप थियोडेर मस्करेहन्स ने आने वाली सरकार की बड़ाई करने में सब हद को पार कर दिया और यहां तक कह दिया कि हेमंत सोरेन ने गरीबी देखी है, अगर बिशप शिबू सोरेन के बारे में यह बात कह रहे होते तो जायज होता. प्रतुल ने कहा कि दरअसल एक धर्म विशेष के धर्मगुरुओं ने लंबे समय से झारखंड के संथाल परगना और खूंटी, सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, रांची जैसे इलाकों में राजनीति में हस्तक्षेप किया है. एक धर्म विशेष के स्थलों से उम्मीदवारों को वोट दिए जाने का फरमान लम्बे समय से सुनाया जाता रहा है. प्रतुल ने कहा कि भाजपा एक बार फिर से धर्म गुरुओं से आग्रह करती हैं की वो अपना मूल कार्य छोड़कर राजनीतिक दखलअंदाजी ना करें.