राजस्थान (जयपुर): राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि लोगों को मूल कर्तव्यों का ज्ञान करायें जाने के लिए अभियान चलाया जाए. उन्होंने कहा कि मूल अधिकारों की तो सभी बात करते हैं, लेकिन मूल कर्तव्यों की जानकारी लोगों को करानी होगी.
राज्यपाल मिश्र शनिवार को यहां उत्सव विद्याधर नगर, जयपुर में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे.
मिश्र ने कहा कि लोगों को सम्पर्क, सहयोग, संस्कार और समर्पण की भावना के साथ आगे बढ़ाना होगा.
उन्होंने कहा कि लोगों को भारतीयता के आधार पर आचरण करना होगा. भारत में भौगोलिक विविधता के साथ एकता है. सभी लोग भावनात्मक एकता के सूत्र में बंधे हुए हैं. देश को आगे बढ़ाने में एकता महत्वपूर्ण होती है.
मिश्र ने कहा कि राष्ट्र और समाज की जो भी उपलब्धियां विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त होती हैं, उनका बारीकी से प्रबुद्ध वर्ग आकलन करता है. एक तटस्थ परीक्षक की भांति परिणाम को कैसे और भी उत्कृष्ट बनाया जा सकता है, इसके सुझाव भी देता है. समाज को सुसंस्कारित बनाना प्रबुद्ध व्यक्तियों का महत्वपूर्ण दायित्व है. एक संस्कारित भारत तभी बनेगा, जब नागरिक सकारात्मक वातावरण का निर्माण करेंगे.
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि लोगों के समक्ष समस्या और विषयों को सही परिप्रेक्ष्य में रखना, समझाना और समाज के ताने-बाने को ठेस न पहुंचने देना समाज की जिम्मेदारी मे शामिल होता है. यह सभी लोगों की बौद्धिक ही नहीं नैतिक दायित्व का हिस्सा है. समाज की समरसता को निहित स्वार्थ जब क्षति पहुंचाने लगते हैं तो, उससे राष्ट्र की सुरक्षा के लिए किये जाने वाले प्रयास ना केवल समाज बल्कि हम सभी की विवेकशील भूमिका का यह एक अहम टेस्ट होता है.
समारोह को भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश चन्द्र गुप्ता, रीजनल चेयरमैन शांतिलाल पनगड़िया ने भी सम्बोधित किया. कार्यक्रम की जानकारी संयोजक रणवीर सिंह त्यागी ने दी और हेमन्त जोशी ने आभार ज्ञापित किया.