नई दिल्लीः जनरल रावत ने हाल ही में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों की आलोचना करते हुए कहा था कि ये लीडरशिप नहीं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम नए कानून के खिलाफ केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा यहां राजभवन के सामने आयोजित महा रैली को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सेना प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को सरकार का समर्थन करने को कहा गया और यह ‘शर्मनाक’ है.
चिदंबरम ने कहा, ‘‘अब, आर्मी जनरल को बोलने के लिए कहा जा रहा है। क्या यह आर्मी जनरल का काम है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘डीजीपी.. सेना के जनरल को सरकार का समर्थन करने के लिए कहा जा रहा है। यह शर्मनाक है. मैं जनरल रावत से अपील करता हूं. आप सेना का नेतृत्व करें और अपने काम से मतलब रखें.. नेताओं को जो करना है, वे करेंगे.’’
चिदंबरम ने कहा, ‘‘यह सेना का काम नहीं है कि वह नेताओं को यह बताए कि हमें क्या करना चाहिए. युद्ध कैसे लड़ा जाए, आपको यह बताना हमारा काम नहीं है. आप अपने विचारों के अनुसार युद्ध लड़ें और हम देश की राजनीति को संभालेंगे.’’