नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि वो राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर फार्म नहीं भरेंगे. केंद्र की मोदी सरकार ने जब से सदन से सीएए कानून पास कराया है, देश में तब से इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनों में कई जगह हिंसा भी हुई है.
विपक्षी दल CAA और NRC को भारत को बांटने वाला कानून बता रहे हैं. इस बीच सरकार एनपीआर लेकर आई. सरकार का तर्क है कि इससे CAA और NRC का कोई लेना देना नहीं है. लेकिन विपक्षी दल इसे भी एनआरसी से जोड़कर देख रहे हैं और इसकी मुखालफत कर रहे हैं.
इसी मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ लहजे में कहा है कि वो एनपीआर के लिए फार्म नहीं भरेंगे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी एनपीआर का बहिष्कार करने की अपील की. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा तय नहीं करेगी कि वह भारतीय हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि हम रोजगार चाहते हैं, एनपीआर नहीं.