नई दिल्लीः नेपाल ने विवादित कालापानी इलाके के मसले को हल करने के लिए भारत पर दबाव बढ़ाते हुए कहा है कि इसे जल्दी ही निपटाया जाना चाहिए.
नेपाल ने कहा है कि यह इलाका हमारे देश में आता है और दोनों देशों के बीच संबंधों की मधुरता को बनाए रखने के लिए इस विवाद को हल करने की जरूरत है.
मंगलवार को नेपाल के राजदूत निलंबर आचार्य ने कहा कि दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाए रखने के लिए इस मसले को हल किया जाना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर राज्य के पुनर्गठन के बाद भारत की ओर से जारी नए राजनीतिक नक्शे के बाद कालापानी इलाके को लेकर नेपाल से मतभेद एक बार फिर से उभर आए हैं.
भारत-नेपाल और चीन त्रिकोण पर स्थित इस इलाके को भारत सरकार ने अपनी सीमा में दिखाया है. आचार्य ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच विवादों को हल करने के लिए सचिव स्तर का मेकेनिज्म रहा है, जिसका यहां इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘हमें सचिव स्तर के मेकेनिज्म के जरिए ही मसले को हल करना चाहिए. 1815 में हुई सुगौली ट्रीटी के मुताबिक भी कालापानी इलाका नेपाल के हिस्से में आता है.
नेपाल के नागरिकों की भी यही भावना है. उन्होंने कहा, ‘हम मानते हैं कि भारत बातचीत से पीछे हटने वाला नहीं है, लेकिन नेपाल चाहता है कि इस मसले पर जल्द बातचीत हो.
नेपाल कालापानी के मुद्दे को छोटा नहीं मानता. यदि यह मसला हल होता है तो दोनों देशों के बीच भरोसा बढ़ेगा.’