रांची: केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि एनआरसी और सीएए पर विपक्ष लोगों में भ्रम फैला रहा है. एनआरसी भारत के भविष्य के लिए अच्छी पहल है.
सीएए के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अलग-अलग सुझाव दिए है. एनपीआर के साथ सीएए और एनसीआर जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने एनआरसी पर कहा कि जो व्यक्ति खुद यह मानता है कि वह बाहरी है, उसे नागरिकता मिलेगी, जो व्यक्ति यह छिपाना चाहता है, उसपर कार्रवाई हो. वे गुरुवार को अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए पर जो भी लोग संदेह जता रहे हैं, वे पूरी जानकारी रखें. रांची में भी ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो बाहरी हैं. वे लोग संकट का सामना करके यहां तक आये हैं, उन्हें लाभ मिले. इसे एनपीआर को साथ जोड़कर नहीं देखा जाए.
झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार पर उन्होंने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती है. इस पर चर्चा सांगठनिक रूप से होती है.
उन्होंने कहा कि 3 जनवरी खूंटी के लिए महत्वपूर्ण है. उस दिन ऐसे व्यक्ति का जन्म दिवस है, जिसने आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा का जन्म दिवस 3 जनवरी को है. देश के विभिन स्थानों में उन्होंने आदिवासियों की संस्कृति को जगाने का काम किये.
शैक्षणिक जगत और संविधानिक मूल्यों के लिए उन्होंने कार्य किया. उनके गांव को आदर्श ग्राम बनाया जाएगा. जयपाल सिंह मुंडा ने राष्ट्रीय खेल हॉकी का नेतृत्वं किया. ओलम्पिक में भी उन्होंने भारत का डंका बजाया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आदिवासियों की मौलिक बातों और उनके समावेशी सांस्कृतिक विरासत का विकास कैसे होगा, उनपर भी उन्होंने काम किया है. आदिवासी जनजाति के 4,700 विद्यार्थी पीएचडी कर रहे हैं. शोध के लिए कार्य कर रहे हैं. आज़ादी के पहले और आज़ादी के बाद कितना विकास हुआ है, उसपर शोध किया जा रहा है.