रांचीः राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर का गांधी प्रतिमा मोराबादी (रांची) में विभिन्न संगठन और उनके प्रतिनिधियों सहित हजारों लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया. भारी बारिश के बावजूद लोगों ने की भीड़ जुटी रही.
इस विरोध में विभिन्न संगठन यूनाइटेड मिली फोरम, झारखंड छात्र मोर्चा, मजली से ओलमा झारखंड, एपीसीआर झारखंड, अंसारी महापंचायत, मुस्लिम युथ फोरम, इसाई महासंघ, अंजुमन इस्लामिया, एनएपीएम, एआईएसएफ, उलगुलान सेना, जनवादी लेखक संघ, यूनाइट और सपोर्ट, इप्टा सहित अन्य संगठन एवम विद्यार्थी और महिलाएं शामिल थे.
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता रतन तिर्की के द्वारा की गई.उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम बहुत ही महत्वपूर्ण है और इसमें हजारो लोगो का शामिल होना, यह हमारी एकता का प्रतीक है एवम संविधान के रक्षा और इस प्रकार के कार्यक्रम लगातार महापुरुषों के जयंती और महत्वपूर्ण तिथि को कार्यक्रम लगातार किये जायेंगे.
इस मौके पर इबरार अहमद ने कहा बीजेपी और आरआरइस भारत की एकता, अखंडता और भाईचारे को तोड़ना चाहती है और हिन्दू-मुस्लिम-सिख-इसाई सही सभी धर्मों के बीच नफरत फैला रही है. लेकिन उनके षड्यंत्र को अमनपसंद लोग सफल नही होने देंगे एवम साथ ही हमेशा झारखंडी भाईचारा और एकता को बना के रखेगी.
इस कार्यक्रम में बलराम जी ने कहा कि झारखंड में हमारा जल जंगल जमीन और हमारी संस्कृति ही हमारी नागरिकता है. जिस तरह से पिछले पांच वर्षों में झारखंड में मोब लिंचिंग और जल जंगल जमीन पर हमले हुए उसकी घोर निंदा करती है, इन सभी नागरिक विरोधी नीतियों का झारखंडी जनता विरोध करती रही है और आगे भी जोरदार तरीके से विरोध होगी.
इस कार्यक्रम में शामिल दयामनी बरला ने कहा कि सरकार के गलत नीतियों के खिलाफ विरोध करने वाले लोगो पर भाजपा सरकार के द्वारा देशद्रोह का मुकदमा चलाया गया और झारखंड में नफरत को बढ़ावा दिया गया लेकिन आज झारखंड की जनता ने विधानसभा चुनाव में उनके एजेंडे को खारिज कर दिया है .
वहीं यूनाइटेड मिली फोरम के संरक्षण ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यह हमारी संविधान की मूल अवधारणा हैं जिसे हम सबको मिलकर बरकरार रखना है.