नई दिल्ली: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि महाराष्ट्र में सत्ता के लिए शिवसेना ने अपनी विचारधारा को ताक पर रख दिया है.
नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र की शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की साझा सरकार पर गडकरी ने कहा, शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी विचारधारा के साथ समझौता किया. इन तीनों दलों की विचारधाराओं में कोई मेल नहीं है ये सिर्फ सत्ता के लिए एक साथ आए हैं.
गडकरी ने कहा कि शिवसेना हालांकि हिन्दुत्व की बात कर रही है लेकिन ये सच नहीं है. शिवसेना भगवा होने का दिखावा करती है, हकीकत में वह अब कांग्रेस के रंग में रंगी है.
गडकरी इससे पहले भी शिवसेना पर निशाना साध चुके हैं. कुछ समय पहले उन्होंने कहा था, चुनाव के पहले गठबंधन कर लड़ना और चुनाव जीतने के बाद दूसरी पार्टी के साथ चले जाना सिद्धांतों के खिलाफ है.
वहीं बाल ठाकरे के हिंदुत्व को शिवसेना सर्वोपरि कहती थी, उसको भी उन्होंने पीछे कर दिया क्योंकि कांग्रेस-एनसीपी उसे नहीं मानती. यह अवसरवादी गठबंधन महाराष्ट्र की जनता के साथ धोखा है.
बता दें कि महाराष्ट्र में बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना और भाजपा ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. शिवसेना-भाजपा को स्पष्ट बहुमत भी मिला था. नतीजों के बाद सीएम पद को लेकर दोनों दलों में बात नहीं बन पाई और अलग हो गए. इसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के सहयोग से सरकार बनाई और उद्धव ठाकरे सीएम बने हैं.
शिवसेना के कांग्रेस और एनसीपी की मदद से सरकार बनाने को लेकर भाजपा लगातार उस पर निशाना साधती रही है. वहीं दूसरी ओर शिवसेना लगातार कहती रही है कि उसे हिन्दुत्व या राष्ट्रवाद पर भाजपा के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. उन्हें पता है कि वो क्या हैं.