लातेहार: झारखंड के लातेहार जिले की पुलिस को सोमवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस पार्टी पर हमले और हथियार लूट के मामले में सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
लातेहार के पुलिस अधीक्षक प्रषांत आनंद और डीआईजी ए वी होमकर ने आज पत्रकारों को बताया कि जिले के लुकुईयां पीसीआर पेट्रोलिंग पार्टी पर हुए हमले में चार पुलिसकर्मी को शहीद करने के मामले के आरोपी सात नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस जवानों से लूटी गयी कारतूस समेत पांच लाख नकद और अन्य सामान भी बरामद किये गये. इन सभी नक्सलियों को विभिन्न इलाके से गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान बैजनाथ गंझू, कुंवर गंझू,राजेश गंझू, सुनील गंझू, फगुना गंझू, संजय गंझू और नरेश गंझू शामिल है. इनके पास से 50,000 नकद के अलावा लुकईयां घटना में पुलिस से लूटा गया 40 कारतूस, मृत पुलिसकर्मियों का खून लगा कपड़ा, आधार कार्ड-3, एटीएम-1,पासबुक-1, घटना में प्रयुक्त 3 मोटरसाईकिल, 5 मोबाइल सेट और माओवादियों का हस्तलिखित एक पत्र शामिल है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 5 जनवरी को यह सूचना मिली की कि माओवादी सबजोनल कमांडर रवींद्र गंझू अपने तीन सहयोगी एक मोटरसाईकिल से चंदवा के किसी ठेकेदार से लेवी की रकम वसूलने आया है. इस सूचना पर छापेमारी दल का गठन किया और छानबीन शुरू की गयी, तो नक्सली भागने लगे. पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर पकड़ लिया.
गिरफ्तार नक्सलियों ने पूछताछ में बताया कि 22 नवंबर को लुकईया मोड़ के निकट पुलिसकर्मियों की घटना में वे सभी शामिल थे. उन्होंने बताया कि इस घटना को रवींद्र गंझू के दस्ते के साथ छोटू खेरवार, मनीष, बलराम, विमल, मृत्युंजय, नवीन, अमन, चंदन, नीरज, प्रदीप, बुधेष्वर, मुनेष्वर, सुदर्शन, नंदकिषोर, मनोहर, संदीपन, राजू, नागेंद्र, नेशनलजी कारू, सोनू कोरवा, सुखदेव बृजिया, सौरभ, चंद्रभान, दिनेश नगेशिया और कमलेश आदि सम्मिलित थे.
दस्ता के तीन आदमी कुटनीनिक रूप से छिपकर पुलिस की गतिविधि पर नजर रखे हुए थे और सभी हथियार छिपाकर कर घात लगाकर बैठे थे. इसी दौरान रात आठ बजे जैसे ही पुलिस की पीसीआर वैन लुकईया मोड़ पर आकर रूकी और उसमें से एक पुलिसकर्मी नीचे उतरा, तभी घात लगाये उग्रवादियों द्वारा पुलिस वाहन पर लक्ष्य कर अंधाधुंध फायरिंग की गयी, जिसमें सहायक अवर निरीक्षक और तीन गृहरक्षको की मृत्यु हो गयी थी.