सुभाष प्रसाद सिंह,
जामताड़ा: जामताड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पैसा निकासी कर लेने के दो, तीन वर्ष के बाद भी स्वच्छ भारत मिशन के शौचालय का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया जा सका है.
समाहरणालय में स्थित सभागार में बुधवार उपायुक्त गणेश कुमार ने स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा बैठक में शौचालय निर्माण के बारे में जानकारी ली. शौचालय निर्माण के कार्य में विलंब होने की वजह भी पूछी गई.
इस दौरान बताया गया कि कई गांव में मुखिया के द्वारा लगभग 2-3 साल पहले एसबीएम का पैसा निकासी कर लिया गया है. लाभुकों को अभी तक शौचालय का लाभ नहीं मिल पाया है. जिसकी वजह से उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो रहा.
नाला प्रखंड के अन्तर्गत अबजलपुर, हुरूमनगर एवं संथालडीह के मुखिया के द्वारा एसबीएम का पैसा निकाल लिया गया है. जामताड़ा प्रखंड के सोनबाद, जामताड़ा, पंजनिया, मेझिया एवं टोपाटांड़ पंचायत के मुखिया को शौचालय निर्माण के कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराते हुए उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश दिया गया है.
उपायुक्त ने कहा कि जिन मुखिया के द्वारा आदेश का पालन नहीं किया जाएगा उन पर कानूनी कार्रवाई के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी. उपायुक्त ने सभी बीडीओ को कहा कि प्रखंड स्तर पर मुखिया के साथ बैठक कर समीक्षा करें. जिससे सभी समन्वय बनाकर कार्य को जल्द और बेहतर तरीके से कर सकें.
उपायुक्त ने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा आयोजित बैठक में संबंधित विभाग के कर्मी अनुपस्थित रहे तो उस कर्मी का वेतन काट लिया जाए.