सुभाष प्रसाद सिंह,
जामताड़ा: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर कल जामताड़ा जिले के सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को कृमि की दवा दी गई.
उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि जिले के 3 लाख 60 हजार बच्चों को कृमि की दवा दी जाएगी. 17 फरवरी को पुनः छुटे हुए बच्चों को कृमि की दवा दी जाएगी.
चिकित्सकों ने बताया कि कृमि बीमारी से ग्रसित बच्चे कुपोषण का शिकार होते है. खून की कमी हो जाती है. शारीरिक एवं मानसिक विकास में वृद्धि कम हो जाती है. अक्सर बीमार और थके हुए महसूस करते हैं.
यह सारे लक्षण कृमि से ग्रस्त बच्चों में पाया जाता है. कृमि की दवा खाने से कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होते हैं. दवा को चबाकर खाना चाहिए एवं 5 वर्ष से छोटे बच्चों को घोलकर दवा पिलानी चाहिए.