गुमला: ईश्वर के अशीम अनुकंपा से ही पवित्र मिस्सा के पश्चात पुरोहिताई का जीवन मिलता है. ईश्वर ने आज अपने चरवाहे के रुप में डीकेन अनुज मिंज व डीकेन डेविड मिंज को चुना है, जो आगे चलकर अपना समस्त जीवन अपने समाज व कलिशिया के लिए समर्पित करने का कार्य करेंगे उक्त बातें गुमला धर्मप्रांत के बिशप स्वामी पॉल लकडा ने बतौर मुख्य अधिष्ठाता के रुप में टोंगो पल्ली के ईश मंदिर में कही. वे अनुज मिंज व डेविड मिंज के पावन पुरोहिताभिषेक में मुख्य अधिष्ठाता के रुप में मौजूद थे.
इस दौरान उन्होंने आगे कहा कि पुरोहित का जीवन सबसे अलग व कठिन होता है, वे अपना समस्त जीवन परिवार से अलग होकर भी मानव कल्यान के लिए करते हैं. वे समाज के लोगों को जोडने का कार्य करते हैं. आज हमें इस क्षेत्र के लिए ईश्वर और मानव के बीच कड़ी के रुप में अनुज व डेविड जैसे पुरोहित मिला है जो आगे चलकर धर्म समाज की रक्षा करते हुए पूरे चैनपुर क्षेत्र का नाम गौरांवित करेंगे. इस मौके पर टोंगो पल्ली के कलिशिया समाज व सगे संबंधियो के लोगों ने फादर अनुज व फादर डेविड को अपने आशीर्वचन के साथ उन्हें पुरोहित मनोनीत किया.
इस मौके पर पूरे कलिशिया समाज के लोगों ने उनका अभिनन्दन पारंपरिक रिती रिवाज के साथ स्वागत करते हुए मंच तक ले जाने का कार्य किया गांव गांव से पहुंचे लोग व विद्यालय के बच्चे बच्चियों द्वारा नाच गान के साथ ढोल नगाडों के साथ उनका स्वागत करते हुए वेदी तक पहुंचाया. पवित्र मिस्सा पूजा के बाद बिशप पॉल लकड़ा के द्वारा नए पुरोहित अनुज मिंज व डेविड मिंज को पवित्र तेल मलन व शांति चुंबन के विधि कराकर पुरोहिताई की उपाधि दी गई.
इस मौके पर कार्यक्रम का संचालन फादर मनोहर टोप्पो एवं रितेश तिग्गा के द्वारा किया गया. इस मौके पर मुख्य रुप से रेम.जोसेफ मरियानुस कुजूर, प्रोविन्सल रांची जेखुइस, फा.रेमण्ड केरकेट्टा, फा.समीर कुल्लू, फा.क्लेमेन्ट कुल्लू, फा.मनोहर कुल्लू, फा.तेज बखला, फा.जेवियर लकडा सहित हजारों की संख्या में ख्रिस्तीय समाज के लोग उपस्थित थे.