नई दिल्ली: सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक यूजर ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को ‘स्वीटी’ कहकर संबोधित किया. सीतारमण ने यूजर को इसका जवाब बड़ी ही शालीनता से दिया. स्थिति को बेहतर ढंग से संभालने के लिए वित्तमंत्री की ट्विटर पर काफी सराहना हो रही है.
दरअसल, सीतामरण ने रविवार को स्वामी विवेकानंद जी की 158 वीं जयंती पर एक ट्वीट किया. इसके बाद एक यूजर के अनुसार सीतामरण ने ट्वीट में स्वामी विवेकानंद को गलत कोट किया. इसके बाद ही यह पूरा वाक्या हुआ.
सीतामरण ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर ट्वीट किया, ‘उठो, जागो, ज्यादा सपने मत देखो! यह सपनो की भूमि है, जहां कर्म हमारे विचारों से निकलर माला बुनते हैं…साहसी बनें, और सच्चाई का सामना करें! इसके साथ एक रहें! विचारों का अंत होने दें। सीतारमण ने विवेकानंद के इस कथन का संदर्भ देते हुए लिखा द कप्लीट वर्क्स ऑफ स्वामी विवेकानंद IV पीपी 388-89.
इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा कि आपने स्वामी विवेकानंद को मिसकोट किया. यूजर ने लिखा ‘निर्मला सीतारमण ने यह कोट कथा उपनिषद और स्वामी जी के कथन उठो, जागो से लिया है. स्वीटी यह ज्यादा सपने मत देखो नहीं बल्कि अपने लक्ष्य तक पहुंचने तक मत रुको है. यह बजट 2020 नहीं है कि आप हमें इसके बारे में चेतावनी दे रही हैं.
आमतौर पर सीतारमण किसी यूजर को जवाब नहीं देती, लेकिन उन्होंने इस बार जवाब देते हुए उसकी बोलती बंद कर दी. उन्होंने जवाब देते हुए लिखा, ‘आप रुचि ले रहे हैं इससे काफी खुशी हुई. मैंने जो कोट किया वह ‘द अवेकेन इंडिया’ से है, जो अगस्त 1898 में लिखा है. वैसे मैंने इस संदर्भ का नीचे हवाला दिया था. इसे अद्वैत आश्रम द्वारा प्रकाशित किया गया था.
स्थिति को बेहतर ढंग से संभालने के लिए वित्तमंत्री की ट्विटर पर काफी सराहना हो रही है. एक यूजर ने लिखा, ‘अगर आप कॉर्पोरेट कर्मचारी होते तो आप पर कार्रवाई होती. आम तौर पर स्वीटी जैसे शब्द स्वीकार नहीं होते हैं. उम्मीद है लोग जिम्मेदारी से ट्वीट करेंगे.
एक अन्य यूजर ने लिखा,’ जिस तरह से आपने वित्तमंत्री को स्वीटी कहा है उसी तरह आप सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को कह कर देखिए. आप चीप हैं.’
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘यह संबोधित करने का सही तरीका नहीं है. किसी व्यक्ति की विचारधारा से बेपरवाह इस तरह का मजाक करना, सार्वजनिक बातचीत में शिष्टाचार कमी को दिखाता है.