रांची: बैंकों के विलय और केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में यूनियन बैंक इम्पलाईज एसोसिएशन ने आज यूनियन बैंक के अरगोड़ा स्थित आंचलिक कार्यालय के समक्ष धरना दिया. इस दौरान कर्मचारियों ने केंद्र सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. राज्य स्तरीय धरना में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए गोपाल चंद्र तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण बैंक और बैंककर्मियों की स्थिति खराब होते जा रही है. सरकार विलय के नाम पर सार्वजनिक बैंकों को समाप्त करने में लगी हुई है. सरकार आंध्र और कारपोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक में करना चाह रही है जिसका हमलोग विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है और यदि अपनी हठधर्मिता में अड़ी रही तो जोरदार विरोध किया जायेगा. धरना के बाद एक ज्ञापन क्षेत्रीय प्रबंधक को सौंपा गया. जिसमें यूनियन बैंक के कर्मचारियों की मांगों पर शीध्र समझौता करने, सभी खाली पड़े पदों को जल्द भरने, दैनिक मजदूरों की सेवा नियमित करने, समान काम के लिए समान वेतन एवं सभी लंबित बिलों का भुगतान करने सहित 9 मांगें शामिल है.
धरना को मुख्य रूप से एम एल सिंह, के आर चौधरी, दीपक कुमार तथा एस के राय सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया.