सोनू कुमार,
चतरा: प्रतापपुर वन क्षेत्र के गोड़े और जमुआ में पुलिस और वन अधिकारियों के संयुक्त टीम ने अभियान के तीसरे दिन लगभग 40 एकड़ में लगे अफीम की खेती को ट्रैक्टर से नस्ट किया.
प्रतापपुर वन क्षेत्र के गोड़े और जमुआ के जंगलों में 22 अक्टूबर को कुंदा थाना पुलिस और वन विभाग अधिकारियों ने संयुक्त रूप से छापेमारी अभियान चला कर उक्त दोनों गांवों में लगभग 40 एकड़ में लगे अफीम की खेती को ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन से जोताई कर नस्ट किया गया है.
इसके अलावा वन विभाग के जवानों और पुलिस के जवानों ने भी अफीम को लाठी डंडे से पीट पीट कर नस्ट किया है. पोस्ता नस्ट करने का यह अभियान आज तीसरा दिन है.
20 जनवरी को अनगड़ा और घियाही के वन भूमि पर लगभग 25 एकड़ और 21 जनरवी को तेगम, बधार के वन भूमि पर लगभग 35 एकड़ एवं अभियान के तीसरे दिन 22 जनवरी को गोड़े और जमुआ के जंगलों में 40 एकड़ में लगे अफीम की खेती को नस्ट किया गया है. इस तरह की कार्रवाई से अफीम की खेती करने वालों और अफीम तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है.
उन्होंने बताया कि उक्त गांवों में अफीम की खेती करने की गुप्त सूचना मिल रही थी, इसी सूचना के आधार पर बुधवार को वन क्षेत्र अधिकारी राजबलम पासवान और कुंदा थाना प्रभारी रामबृक्ष राम के नेतृत्व में छापेमारी दल का एक टीम गठित कर अफीम की खेती करने वालों के विरूद्ध अभियान चला कर उक्त दोनों गांवों में लगभग 40 एकड़ से भी अधिक वन विभाग के जमीन पर लहलहाते अफीम की खेती को ट्रैक्टर से और जेसीबी मशीन से जोताई कर नस्ट किया गया है.
उन्होंने बताया कि वन भूमि पर अफीम की प्रतिबंध खेती करने वालों को इस बार किसी भी सुरत में छोड़ा नहीं जाएगा और यह अभियान अभी आगे भी चलाया जाएगा.
इस अभियान में वन क्षेत्र पदाधिकारी आरबी पासवान, कुंदा थाना प्रभारी रामबृक्ष राम, अवर निरीक्षक भोला नाथ प्रमाणिक, वनरक्षी सुरेश दास, विकास रंजन, आशीष कुमार मिश्रा, विवेक कुमार, निर्मल मुंडा, धनंजय कुमार, रीतेश बाखला, अविनाश कुमार, कृष्ण मोहन दास, गृह रक्षक प्रवेश सिंह, मिथलेश तीवारी, सुरेंद्र सिंह, दामोदर के आलावा आईआरबी और जिला बल के जवान शामिल थे.