रांची: प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि मौत पर राजनीति करने की फितरत रही है भाजपा का. पिछले पांच वर्षों में भूखमरी से हुई मौत, किसानों की आत्महत्या, मॉब लीचिंग, आदिवासियों को गोलियों से भून दिया गया. कभी भी रघुवर दास किसी के घर नहीं गये और न ही प्रधानमंत्री ने कभी किसी घटना पर रिपोर्ट ही मंगवाया.
चाईबासा की घटना यकीनन काफी दु:खद है और पूरा प्रदेश इस घटना से मर्माहित है. घटना के चौबीस घंटे के अंदर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, हाई लेबल अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरी स्थिति की जानकारी ली एवं त्वरित कारवाई प्रारंभ भी कर दिया. लेकिन भाजपा को ओछी राजनीति करनी है, जो उसने प्रारंभ कर दिया है. प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने स्थानीय प्रशासन द्वारा भाजपा नेताओं को घटना स्थल पर जाने से रोकने की कारवाई की सराहना की है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चाईबासा की घटना को लेकर गठबंधन की सरकार काफी गंभीर और पूरी मुस्तैदी से पूरे मामले की जांच चल रही है. भाजपा को थोड़ा धैर्य और संयमित रहना चाहिए और सरकार की कारवाई का इंतजार करना चाहिए, मौत पर राजनीति करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती.
वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने कहा है कि जहां तक लोहरदगा की घटना का सवाल है प्रशासन ने चंद मिनटों में ही पूरी स्थिति को नियंत्रित कर लिया. लोहरदगा में शांति बहाल करना भाईचारा, अमन सद्भावना बहाल करना पहली प्राथमिकता है. लोहरदगा के लोगों के बीच सुरक्षा एवं प्रेम का पैगाम देने की बात होनी चाहिए न कि अशांति होने की बात की जानी चाहिए. एक तरफ प्रशासन की ओर से शांति बहाली के प्रयास हो रहे हैं तो राजनीतिक दलों की ओर से भाईचारगी और अमन को प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष सह मंत्री, झारखंड सरकार डॉ. रामेश्वर उरांव पूरी स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि उपद्रवियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने लोहरदगा की जनता से शांति बनाये रखने की अपील की है एवं अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का अनुरोध किया है.