गुमला: सृजन फाउंडेशन गुमला के द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बघिमा, पालकोट, गुमला में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर क्विज प्रतियोगिता ड्राइंग प्रतियोगिता गीत प्रतियोगिता स्लोगन प्रतियोगिता कराया गया.
राष्ट्रीय बालिका दिवस का महत्व बताते हुए प्रकृति प्रधान बाल विवाह रोकथाम परियोजना प्रोग्राम मैनेजर प्रकृति ने बताया कि इस दिवस के अवसर पर सभी लड़कियों को एक मंच दिया जाता है. जिससे कि वह अपने अंदर छिपी प्रतिभाओं को लोगों के सामने रख सके और लोगों को अपने खिलाफ होने वाले हिंसाओं के प्रति जागरूक कर सके.
उपेंद्र चाइल्ड लाइन कॉर्डिनेटर के द्वारा बताया गया कि बच्चों को अपने सुरक्षा के प्रति जागरूक होना चाहिए और उनसे संबंधित कानूनों की जानकारी भी रखनी चाहिए ताकि उसे आवश्यकता पड़ने पर सरलता पूर्वक स्तेमाल किया जा सके.
इस अवसर पर बाल विवाह रोकथाम जिला समन्वयक सुभाषी लकड़ा ने बताया कि सदियों से हमारे समाज में लड़कियों को जीवन के हर मामले में जेंडर भेदभाव का सामना करना पड़ता है. चाहे वह शिक्षा का अधिकार हो अच्छा पोषण का मामला हो, कानूनी अधिकार, स्वास्थ्य सुविधाएं हो या फिर सुरक्षा और सम्मान का ही मामला क्यों ना हो. बेहद कम उम्र में लड़कियों का बाल विवाह कर देने के प्रथम से ना सिर्फ उनका बचपन ही छीन लेता है. बल्कि एक तरह से उनके पूरे जीवन को ही मजाक बना दिया जाता है.
इस दिन राष्ट्रीय स्तर पर लड़कियों के विकास को एक अभियान के रूप में मानकर भारत सरकार ने नेशनल गर्ल चाइल्ड डे की शुरुआत की है. इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजन करने में प्रकृति, उपेंद्र, सुभाषी, मेनका, अल्पना, रोशन, सीमा और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बघिमा के प्रभारी ऑगस्टीन एक्का का महत्वपूर्ण योगदान रहा.