रांचीः पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री सह निर्दलीय विधायक का खंजर भ्रष्टाचार पर लगातार चल रहा है. राशन कार्ड, कंबल घोटाला से लेकर अब तक रघुवर सरकार में हुए भ्रष्टाचार व अनियमितताओं को लगातार उजागर करने में लगे हुए हैं.
12.1.2018 को 26000 युवकों को नौकरी देने की घोषणा राज्य सरकार ने तामझाम के साथ की.इन सभी का व जहां इन्हे नौकरी मिली उनका नाम,पता,मोबाइल मेरे पास है.जाचने पर दावा फ़र्ज़ी निकला.पर लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड में यह दर्ज हो गया.किसने किया यह फर्जीवाडा? CM @HemantSorenJMM इसकी जाच करायें.
— Saryu Roy (@roysaryu) February 4, 2020
अब सरयू राय ने ट्वीट कर सीएम हेमंत सोरेन से मांग की है कि 12 जनवरी 2018 को 26000 युवाओं को नौकरी देने की घोषणा रघुवर सरकार ने तामझाम के साथ की थी. इन सभी युवाओं का जहां इन्हें नौकरी मिली उनका नाम, पता, मोबाइल मेरे पास है. इसकी जांच करने पर यह दावा पूरी तरह से फर्जी निकला.
इसके बावजूद नौकरी देने के मामलार लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में यह दर्ज हो गया. सरयू राय ने यह जानना चाहा है कि किसने फर्जीवाड़ा किया. सीएम इसकी जांच कराएं.
मोमेंटम झारखंड में हुई अनियमितता की भी जांच
सरयू राय ने मोमेंटम झारखंड में हुई अनियमितता की भी जांच कराने की मांग की है. उन्होंने ट्वीट कर बिग-4 के नाम से मशहूर E&Y, PWC, KPMG एवं अन्य विदेशी कंपनियों ने विगत 5 वर्षों में झारखंड सरकार के कई विभागों में मनोनीत परामर्शी का काम किया है. मोमेंटम झारखंड, कौशल विकास, जनसंपर्क, शिक्षा, खान, आईटी आदि में इनके चर्चित कार्यों के लाभ-हानि की गहन छानबीन की जरूरत है. सीएम से इसकी भी जांच कराने की मांग की है.