जमशेदपुर: कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एमजीएम अस्पताल है. जहां सरकार और मंत्री के प्रयास जारी लेकिन अस्पताल में सुविधाओं का घोर अभाव है.
करोड़ों रुपये सालाना बजट इस अस्पताल के रखरखाव में सरकार द्वारा दी जाती है. लेकिन विभागीय अधिकारियों और अस्पताल प्रशासन के मिलीभगत से ना तो अस्पताल की व्यवस्था में कोई सुधार आती है और ना ही यहां के डॉक्टर और कर्मचारी इसकी व्यवस्था को सुधारने के प्रति गंभीर नजर आते हैं.
आपको बता दें कि 2 दिन पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठकर सीधा संवाद किया था और अस्पताल को हरसंभव सुधारने का दावा भी किया था. जहां उन्होंने बताया था कि अधिकारियों के साथ बैठक सकारात्मक रही है।.
उन्होंने सरकार के साथ सहयोग करने का भरोसा दिलाया है. अगले दिन अस्पताल के अधीक्षक ने भी खुद सभी विभागों का निरीक्षण कर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया था कि मरीजों के साथ कोई कोताही नहीं बरतें. अभी 24 घंटा भी नहीं बीता है कि अस्पताल की कूव्यवस्था फिर से धड़कने लगी है.
वहीं मौके पर मौजूद विधायक मंगल कालिंद्री अस्पताल की व्यवस्था में सुधार लाने के लिए अधीक्षक से मिलने पहुंचे. अधीक्षक नहीं रहने पर उन्होंने बताया कि सरकार की प्राथमिकता है मरीजों का इलाज सही समय पर हो.
वहीं उन्होंने कहा कि अस्पताल में बैठने से काम नहीं चलेगा. सरकार आम जनता की सरकार है. जनता की किसी तरह की परेशानी सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी.