खूंटी: नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा पिछड़े जिलों में नागरिकों की गरीबी, अपेक्षाकृत कमजोर स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा की स्थिति, अपर्याप्त आधारभूत संरचना के आधार पर एक सूचकांक तैयार किया गया है.
जिसमें प्रतिमाह 06 मानकों के 81 डेटा बिंदुओं का मूल्यांकन किया जाता है. जैसे स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेश एवं कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना इत्यादि शामिल है.
नीति आयोग के गठन करने के बाद देश के 112 पिछड़े जिलों को आकांक्षी जिला का नाम देकर उसे आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है. नीति आयोग के द्वारा हर महीने इन सभी जिलों की प्रमुख योजनाओं की 81 बिंदुओं की समीक्षा की जाती है. जिला स्तर से रिपोर्ट भेजे जाने के अलावा आयोग की टीम स्वयं भी सभी 112 जिलों में चल रही विकासात्मक कार्यों पर नजर रखती है. इसके साथ ही नीति आयोग के द्वारा खूंटी जिला के मानकों के प्रचार हेतु कई कार्यक्रम चलाए जा रहे.
इन मानकों में खूंटी जिला निरंतर आगे बढ़ रहा है. साथ ही दिसम्बर माह की डेटा रैंकिंग में पूरे देश भर में स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में चौथा स्थान प्राप्त किया है. इसके लिए स्वास्थ्य एवं पोषण विभाग को 3 करोड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है.
खूंटी उपायुक्त सूरज कुमार द्वारा स्वास्थ्य एवं पोषण विभाग के सिविल सर्जन प्रभात कुमार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. उन्होंने स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में किये गए कार्यों के लिए आकांक्षी जिला की पूरी टीम की सराहना की. साथ ही उन्होंने कहा कि आशा है कि इसी प्रकार खूंटी विकास के पथ पर अग्रसर रहेगा.