राजस्थान: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर के शहीद स्मारक पर CAA के विरोध में हो रहे धरने में प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे. उन्होंने कहा, शहर से बाहर होने के कारण पहले नहीं आ पाया.
दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर जयपुर के शहीद स्मारक पर धरने प्रदर्शन चल रहा है. शुक्रवार शाम राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे यहा प्रदर्शन कर रहे लोगों से मिलने के लिए पहुंचे. गहलोत ने धरने पर बैठे लोगों से कहा कि उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है, अगर जरूरत पड़ी तो आपसे पहले मैं डिटेंशन कैंप में जाऊंगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के लिए माता-पिता के जन्मस्थान की जानकारी मांगी जा रही है.
आगे अशोक गहलोत ने उन्होंने कहा, ‘अगर मैं मां- बाप के जन्मस्थान की जानकारी नहीं दे पाया तो मुझे भी डिटेंशन सेंटर में रहने के लिए कहा जाएगा. मुझे अपने माता-पिता के जन्मस्थान की जानकारी नहीं है. आप आश्वस्त रहें, अगर ऐसी स्थिति आती है तो मैं सबसे पहले डिटेंशन सेंटर जाऊंगा.’
उन्होंने आगे कहा, ‘कानून बनाना सरकार का अधिकार है लेकिन लोगों की भावनाओं के अनुसार सरकार को शासन करना चाहिए. दिल्ली के शाहीन बाग की तरह, राजस्थान सहित पूरे देश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. सरकार को जनता की भावनाओं को समझना चाहिए.’
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देशभर में जारी प्रदर्शन के बीच केरल और पंजाब के बाद CAA के खिलाफ राजस्थान सरकार ने भी विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया था.
राजस्थान सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विधानसभा से प्रस्ताव पास किया था. प्रस्ताव पारित किए जाने के दौरान बीजेपी विधायकों ने विधानसभा में जमकर नारेबाजी भी की थी. प्रस्ताव पेश करने के बाद सदन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले भी कहा था कि उनकी सरकार केंद्र के इस कानून का पुरजोर विरोध करती है.