हजारीबाग : आइसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग को शिक्षा के क्षेत्र में नेशनल एजुकेशन अवॉर्ड-2019 से सम्मानित किया गया I शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बेहतर योगदान के लिए मोस्ट इन्नोवेटिव प्राइवेट यूनिवर्सिटी का अवार्ड आइसेक्ट विश्वविद्यालय को दिया गया I
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने यह आवार्ड बीते 4 जुलाई को एबीपी न्यूज़ के बैनर तले मुंबई स्थित ताज होटल में आयोजित नेशनल एजुकेशन अवॉर्ड- 2019 कार्यक्रम के दौरान प्राप्त की I आवार्ड प्राप्त करने के बाद खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा सम्मान से सम्मानित होना बड़े गौरव की बात है I इस अवार्ड को झारखंड का गौरव बताते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के सहयोग का ही परिणाम है कि विश्वविद्यालय दिन ब दिन नई ऊंचाईयों को तय कर रहा है I उन्होंने यह अवॉर्ड न सिर्फ विश्वविद्यालय के लिए बल्कि विश्वविद्यालय के उन छात्र-छात्राओं को समर्पित है , जिन्होंने विश्वविद्यालय में रहकर उच्च शिक्षा प्राप्त की और अपने कार्य क्षेत्र में जाकर न सिर्फ अपने माता-पिता का नाम रोशन किया बल्कि अपने विश्वविद्यालय का भी नाम को ऊंचा किया है I
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उन्होंने कहा कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय की स्थापना 16 मई 2016 को हुई थी और महज 3 वर्षों के दौरान आईसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड के साथ साथ पड़ोसी राज्यों में भी शिक्षा का अलख जगा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आवार्ड विश्वविद्यालय परिवार को और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा I उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य तकनीकी स्तर पर कुशल, पारंपरिक ज्ञान, मूल्य आदि का विद्यार्थियों में विकास करते हुए उन्हें आधुनिक प्रवेश के लिए तैयार करना है ताकि युवाओं को सक्षम और प्रोफेशनल बनाया जा सके I
वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एसके श्रीवास्तव ने कहा कि आइसेक्ट विश्वविद्यालय कौशल आधारित क्वालिटी एजुकेशन के लिए प्रतिबद्ध है । यही कारण है कि आइसेक्ट विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों में बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी, एमकॉम, बीलिब, एमलिब के अतिरिक्त मैनेजमेंट के क्षेत्र में बीबीए, पीजीडीआरडी, एमबीए, कंप्यूटर साइंस एवं आईटी में डीसीए, पीजीडीसीए, बीसीए, बीएससी (आईटी) एमएससी (आईटी), कृषि के क्षेत्र में बीएससी (एग्रीकल्चर) , एमएससी (एग्रीकल्चर) , पत्रकारिता में बीजेएमसी, एमजे, योग में एमए इन योगा, पीजी डिप्लोमा इन योगा, एमएसडब्लू जैसे व्यवसायिक कोर्स चलाए जा रहे हैं ताकि विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ तकनीकी और कौशल के क्षेत्र में भी महारत हासिल कर उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर हो सके। उन्होंने बताया कि 2019-20 सत्र से विश्वविद्यालय में बैचलर आफ परफॉर्मिंग आर्ट्स, बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स, मास्टर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स और मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स जैसे कोर्स की शुरुआत जा रही है। उन्होंने बताया कि व्यवसायिक शिक्षा में बीएससी (एग्रीकल्चर),एमएससी (एग्रीकल्चर), पीजी डिप्लोमा इन योगा, एमए इन योगा, परफॉर्मिंग आर्ट्स एवं फाइन आर्ट्स जैसे कोर्सों की मांग पिछले कुछ वर्षों से तेजी से बढ़ा है। इसके पीछे का एकमात्र कारण इन क्षेत्रों में युवाओं के लिए कैरियर की संभावनाएं बहुत अधिक होना है। कृषि के क्षेत्र में कोर्स कर विद्यार्थी मिनिस्ट्री आफ एग्रीकल्चर, डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च एंड एजुकेशन, एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर डिपार्टमेंट जैसे कई जगहों पर आसानी से रोजगार पाया जा सकता है। वहीं अन्य व्यवसायिक कोर्सों में भी रोजगार की असीम संभावनाएं मौजूद है।