रांची: झारखंड पुलिस ने सूबे से प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादियों के इनामी नक्सलियों को घेरने के लिए ऑपरेशन ट्राइडेंट की शुरुआत की है. राज्य के पुलिस महानिर्देशक के.एन चौबे खुद इस ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे है और जवानों की हौसला बढ़ा रहे हैं.
ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत रांची, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और खूंटी जिले के सीमावर्ती इलाके में पुलिस और अर्द्धसैन्य बल के जवानों द्वारा सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पुलिस को खुफिया विभाग से जानकारी मिली है कि इसी इलाके में माओवादियों का दस्ता भ्रमणशील है.
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार हाल के वर्षां में राज्य में चलाये गये अभियान से माओवादियों की संख्या में कमी आयी है और अब करीब 500 की संख्या में ही नक्सली बच गये है, इनमें से 250 नक्सलियों पर इनाम की भी घोषणा की गयी है.
नक्सल उन्मूलन अभियान में लगे जवानों का हौसला बनाने के लिए डीजीपी कमल नयन चौबे ने इस सप्ताह रांची और सरायकेला खरसावां जिले के नक्सल प्रभावित इलाके में नव सृजित पुलिस कैम्प पियाकुली, गोमियाडीह और रायजामा का दौरा किया और जवानों का हौसला बढ़ाया.
मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के रांची, खूंटी और सरायकेला-खरसावां के सीमावर्ती में नक्सलियों के खिलाफ 2 दिन से ऑपरेशन जारी है. ऑपरेशन का केंद सीमावर्ती इलाका के घने जंगल और पहाड़ियों के बीच चल रहा है. नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का यह ऑपरेशन आर-पार की तरह है. नक्सलियों के एक बड़े दस्ते के साथ साथ कई बड़े नक्सली नेता के होने की सूचना पर सुरक्षा बल ने दो दिन पहले से ही ऑपरेशन शुरू की गयी है जो की अभी भी जारी है.
झारखंड के रांची, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला के घने जंगल नक्लसियों के लिए काफी सेफ माना जाता है. वहीं पुलिस ने कई दिनों के बाद नक्सलियों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की है.