ज्योत्सना,
खूंटी: नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस ने इस मौसम में नक्सलियों से ज्यादा नक्सलियों की आर्थिक रीढ़ पर प्रहार करना आरंभ किया है. इसलिए नक्सली अब पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान से कम, अवैध अफीम पर चलने वाले पुलिस के डंडे से खौफजदा हैं. चूंकि अफीम नक्सलियों की आर्थिक रीढ़ बनती है. अफीम के तस्कर सिर्फ अफीम की खेती से लाखों धन संग्रह कर लेते हैं. इस मौसम में नक्सलियों का एक ही लक्ष्य है अफीम के खेतों की पुलिस से सुरक्षा. लेकिन अब पुलिस ने भी लगातार अवैध अफीम के विरुद्ध अभियान छेड़ दिया है.
बुंडू पुलिस ने आज घोर नक्सल प्रभावित इलाके में घुसकर अवैध अफीम की फसल को नष्ट किया. बुंडू थाना क्षेत्र के रायदा और बारूहातू के बीच बड़े पैमाने पर लगी लगभग 10 एकड़ अफीम की फसल को पुलिस ने नष्ट किया. ग्रामीणों की सूचना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बंदूक और डंडे दोनों साथ लेकर अफीम के बीहड़ इलाकों में जा रही है. अब कुछ ग्रामीण समझने लगे हैं कि अफीम की खेती गैरकानूनी है और जेल की सजा भी ही सकती है. इसलिए ग्रामीण अब पुलिस तक अवैध अफीम की खेती की सूचना पहुंचाने लगे हैं. लगातार अफीम के खेतों में डंडे चलाकर पुलिस भी मानने लगी है कि अफीम की खेती के पीछे बड़े तस्करों और नक्सलियों का हाथ है. पुलिस भी मानने लगी है कि सिर्फ वर्दीधारी पुलिस से अवैध अफीम का खात्मा मुश्किल है. घोर नक्सली इलाकों में दूर दूर तक सिर्फ अफीम के रंग बिरंगे फूल ही नजर आते हैं. पुलिस ने अफीम नष्ट करते हुए सिंचाई के लिए लगाए गए पानी पम्प भी खेतों से बरामद किया.