खास बातें:
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2015 में लांच हुआ है ऐप
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त्वरित होती है कार्रवाई
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महज 54 हजार डाउनलोड
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अंग्रेजी में दिये गये हैं टिप्स
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अंतिम अपडेट 20 जनवरी 20
रांची: अगर महिलाएं राज्य के इन शहरों में हैं. किसी मुसीबत में आ जाए तो कृपया शक्ति ऐप के भरोसे नहीं रहें. कोई और उपाय करें. कारण, राज्य के कई शहर में ‘शक्ति ऐप’ पर ‘सेफ प्लेस’ उपलब्ध नहीं है.
ऐप के भरोसे रहने पर यहां आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि ऐप बेहतर ढंग से काम कर रहा है. ऐप के हेल्प बटन को छूते ही सहायता के लिए कॉल आ जाता है.
इन शहरों में सेफ प्लेस नहीं
शक्ति ऐप में सेफ प्लेस छानबीन की गई. इससे कई चौकाने वाली बातें सामने आई. इसके अनुसार हजारीबाग टाउन, चतरा टाउन, गिरिडीह टाउन, चाईबासा टाउन, चक्रधरपुर टाउन में सेफ प्लेस उपलब्ध नहीं है.
ऐप लांच करने की वजह
‘शक्ति’ महिलाओं की सुरक्षा और बचाव के लिए झारखंड पुलिस की एक पहल है. इसे 28 मई 2015 को लांच किया गया. यह एक एंडरोइड आधारित मोबाइल एप्लीकेशन है. इसकी मदद से महिलाएं किसी भी आपात स्थिति में सीधे पुलिस नियंत्रण कक्ष तथा साथ ही उनके रिश्तेदारों/दोस्तों के मोबाइल फोन पर मुसीबत में होने की सूचना भेज सकती है.
ऐप का इस तरह करें इस्तेमाल
सबसे पहले अपने एंड्रॉयड मोबाइल फोन में इस ऐप को डाउनलोड और इनस्टॉल करें. फिर, अपना नाम, मोबाइल नंबर और कम से कम तीन रिश्तेदारों/मित्रों के नाम एवं मोबाइल नंबर पंजीकृत करें.
पंजीकृत यूजर अपने मोबाइल फोन की होम स्क्रीन पर मौजूद ‘हेल्प’ बटन को स्पर्श कर अलर्ट भेज सकेगी. जैसे ही ‘हेल्प’ बटन स्पर्श किया जायेगा, ठीक उसी समय पुलिस नियंत्रण कक्ष के साथ ही उनके रिश्तेदारों / दोस्तों के लिए एक अलर्ट संदेश भेज दिया जाएगा. इस एप्लीकेशन और सेवा का उपयोग केवल संकट के समय ही किया जाना है. झूठी रिपोर्टिंग और किसी भी तरह के दुरुपयोग करने पर कानून के तहत दंडनीय होगा.
ऐप के बारे में इन तरह की है राय
- अच्छा पर आपातकालीन संपर्क नंबर ढूंढने में परेशानी.
- बहुत बेहतर ऐप है, पर काफी फोन पर यह काम नहीं कर रहा.
- झारखंड पुलिस की बेहतर शुरुआत, लेकिन ऐप ठीक से काम नहीं कर रहा.
- अच्छा ऐप है. यह तुरंत हेल्प करता है. इसे इंस्टाल करें और इस्तेमाल करें.
- ऐप को मिली है अच्छी रेटिंग.
- शक्ति ऐप को लोगों से अच्छी रेटिंग मिली है. 5 में से ओवर ऑल रेटिंग 4.2.
- रेटिंग लोगों ने दी है. इस ऐप के बारे में 259 लोगों ने अपनी राय व्यक्त की है.
- अंग्रेजी में दिये गये हैं सेफ्टी टिप्स.
झारखंड की मातृभाषा हिंदी है. राज्य की आबादी में करीब 50 फीसदी महिलाएं हैं. साक्षारता दर महज 55.42 प्रतिशत है. इसके बाद भी इस एप में सेफ्टी टिप्स अंग्रेजी में दिये गये हैं. ऐसे में सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि इससे कितनी महिलाएं समझती होंगी.
महज 54 हजार डाउनलोड
राज्य की आबादी में महिलाओं की संख्या 16 करोड़ से अधिक है. इसके बाद भी महज इस ऐप को 54 हजार महिलाओं ने ही डाउनलोड किया है. ऐप का अंतिम अपडेट 20 जनवरी 20 को किया गया है.
एक नजर में झारखंड
- कुल आबादी- 32988134
- पुरुष -16930315
- महिला- 16057819
साक्षारता 66.41 फीसदी
- पुरुष-76.84
- महिला- 55.42
(नोट : आंकड़े 2011 की जनगणना के अनुसार)