नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म व गर्भवती होने पर मारपीट करने के मामले में नया खुलासा सामने आया है.
पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया है कि आरोपी राकेश मेश्राम उसे डरा धमकाकर व बहला कर पिछले दो साल से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दे रहा था. इस दौरान नाबालिग लड़की के दो से तीन बार गर्भवती होने पर टेबलेट खिला कर अबार्शन कराया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामले की जांच कर रही पुलिस विभाग की उषा अहिरवार ने बताया कि पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि आरोपी राकेश मेश्राम उसे बहला कर व डरा-धमका कर लगातार दुष्कर्म की घटना को अंजाम देता था. इस दौरान पीड़िता के गर्भवती होने पर आरोपी द्वारा उसे टेबलेट खिला दिया जाता था.
बताया जा रहा है कि आरोपी द्वारा सप्ताह भर पहले भी पीड़िता के गर्भवती होने की जानकारी होने पर जमकर मारपीट की गई है.
आरोपी के मारपीट की घटना से पीड़िता की स्थिति गंभीर है और उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है. पीड़िता अस्पताल में पिछले तीन दिन से भर्ती है, लेकिन अभी तक सीडबल्यूसी (बाल कल्याण समिति) से बयान नहीं कराया गया है. इस मामले को लेकर भी चिखली चौकी पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है. इससे पहले चिखली चौकी पुलिस पर पीड़िता के परिजनों ने शुरुआत में शिकायत करने पर मामला दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया है.