रांची: रांची के मांडर थाना पुलिस ने सोमवार देर रात धार्मिक शिक्षा संस्थान की बच्ची के साथ संचालक द्वारा दुष्कर्म कर उसे गर्भवती करने के आरोप में संचालक मो. शाहिद को गिरफ्तार कर थाने में पूछताछ कर रही है.
बच्चियों को डरा धमका कर बनाता था जबरन संबंध
जानकारी के अनुसार मो.शाहिद मांडर के ग्राम मलती का रहने वाला है. जो अपने गांव में ही गरीब बच्चियों के लिए आवासीय स्कूल चलाता है. जिसमें दूर दराज गांव के लागों की बच्चियों को मुफ्त में धार्मिक शिक्षा दिया करता था.
उसी के आड़ में वह वहां की बच्चियों को डरा धमका कर जबरन संबंध भी बनाता था. इस दौरान कई बच्चियों के गर्भवती होने की भी खबर है. मामले का खुलासा तब हुआ जब वहां पढ़ रही एक 12 साल की बच्ची बीमार हो गयी, तब उसे उसके माता पिता डॉक्टर के पास ले गये.
बच्ची का करा दिया गया गर्भपात
जहां डाक्टरों ने उन्हें बताया कि उसके पेट में चार माह का गर्भ है. इसकी जानकारी मलती गांव के कई लोगों को हो गयी. उसके बाद ग्रामीणों की एक बैठक में बात को दबा कर बच्ची का इलाज कराने के लिए आरोपी से एक लाख रुपया ले कर बच्ची के पिता को 85 हजार दिया गया और 15 हजार दलालों ने ले लिया.
उसके बाद रातू काठीटांड़ के एक निजी नर्सिंग होम में बच्ची का गर्भपात करा दिया गया. जिसमें बच्ची की स्थिति काफी नाजुक हो गयी, बाद में डाक्टरों ने किसी तरह उसे बचाया और उसे घर भेज दिया गया.
जुर्म को किया स्वीकार
घटना के एक माह के बाद एसएसपी अनीश गुप्ता को मामले की जानकारी मिली. उसके बाद ग्रामीण एसपी ऋषभ कुमार के नेतृत्व में खलारी डीएसपी मनोज कुमार व मांडर थाना की पुलिस के द्वारा तहकीकात की गयी. उसके बाद पुलिस ने भुक्त भोगी बच्ची को बरामद कर पूछताछ की. जिसमें बच्ची ने अपने साथ घटी घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी. उसी आधार पर बीती रात पुलिस आरोपी मो. शाहिद को मलती गांव से गिरफ्तार कर थाना ले जाकर पूछताछ की. जहां उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया.
बच्चियों से दबवाता था पांव
सूत्राों से मिली जानकारी के अनुसार, बच्ची ने परिजनों को बताया कि रात में उसका शिक्षक मो. शाहिद बच्चियों से पांव दबवाता था, नहीं दबाने वाली बच्चियों की वह पिटाई भी करता था. साथ ही उनके साथ गलत हरकत भी करता था.
सूत्रों की मानें तो शिक्षक की गलती से एक और बच्ची सात माह की गर्भवती हो गयी थी, जिसे गर्भपात कराने के लिए रातू के एक निजी अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे वापस कर दिया था. बाद में उस बच्ची को माता-पिता ले कर चले गये. इसकी जानकारी भी पुलिस को मिल चुकी है, जिस पर तहकीकात की जा रही है.