बेंगलुरू: माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने मंगलवार को कहा कि उन्हें सीमित प्राकृतिक संसाधनों के साथ अधिक समावेशी विश्व बनाने, प्रौद्योगिकी पर विश्वास जताने और डिजिटल बुनियादी ढांचे का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा.
नडेला ने यहां ‘फ्यूचर डिकोडेड’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “पिछले 10 साल डेवलपर्स के लिए अद्भुत रहे हैं, लेकिन वे कुछ अर्थों में कुछ हद तक संकोचन में रहे हैं. अगले 10 वर्षों में नए सेक्टरों में प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाने के मामले में और अधिक व्यापक होना होगा.”
देश में 42 लाख से अधिक डेवलपर्स के साथ भारत दुनिया के सबसे बड़े डेवलपर समुदायों में से एक है. नडेला ने कहा कि डेवलपर्स के पास दुनिया को बनाने और बदलने की शक्ति है और उन्हें जिम्मेदार होना चाहिए.
इस कार्यक्रम में 700 से अधिक लोग शामिल हुए, जिसमें विप्रो और इंफोसिस सहित कई प्रौद्योगिकी कंपनियों की भागीदारी भी देखी गई.
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने कहा, “हम जो काम सबसे ज्यादा कर रहे हैं, वह डेवलपर्स को सशक्त बनाना है.”
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के महत्व पर जोर देते हुए नडेला ने कहा कि भारत और दुनिया के प्रत्येक संगठन को समस्याओं को हल करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में सक्षम होना चाहिए.
उन्होंने कहा, “लेकिन एआई को पक्षपाती नहीं होना चाहिए. यही कारण है कि एआई प्रौद्योगिकी का निर्माण करने वाली टीम विविध और समावेशी होनी चाहिए.”