रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के इशारे पर आज जो एसीबी ने धनबाद और रांची नगर निगम निगम पर छापे मारे वह पूर्ण रूप से गैरकानूनी थे.
प्रतुल ने कहा कि इस तरह की छापेमारी से पहले ऑटोनॉमस संस्था के प्रमुख जो की मेयर है उनको सूचना देनी चाहिए जो एसीबी के द्वारा नहीं दिया गया. इसके अतिरिक्त सेक्शन 18 में यह साफ लिखा है कि बैंकर्स बुक का जब भी इंस्पेक्शन होगा तो उसको एसपी के रैंक से नीचे का अधिकारी नहीं कर सकता. जबकि आज एसीबी टीम का नेतृत्व एक डीएसपी कर रहे थे.
प्रतुल ने कहा कि अगर किसी जगह गड़बड़ी की सूचना होती है और प्रीवेंटिव एक्शन लेने की आवश्यकता होती है तो उसके लिए विभाग सक्षम होता है. जो नगर निगम के मामले में नगर विकास विभाग होता है. लेकिन सरकार के इशारे पर एसीबी ने अपने कार्य क्षेत्र से आगे बढ़कर इन दोनों संस्थाओं में आज जिस तरह की कार्रवाई करके भय का वातावरण उत्पन्न करने का प्रयास किया किया है, वह अति निंदनीय है.
एसीबी किया पूरी कार्रवाई उसके मैनुअल में दिए गए नियमों के विपरीत है. यह सरकार पूरी तरीके से बदले की मोड में है और प्रजातंत्र के तीसरे स्तर की संवैधानिक संस्थाओं को पंगु करने में लगी हुई है. भारतीय जनता पार्टी इसका कड़ा विरोध करती है और सभी उचित फोरम में राज्य सरकार के द्वारा की गई इस मनमानी कार्रवाई का विरोध जताएगी.