नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा की सुनवाई करने वाले जज मुरलीधर के ट्रांसफर कांग्रेस पार्टी ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. दिल्ली के कांग्रेस मुख्लायल में प्रेस से बात करते हुए पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “ऐसा लग रहा है कि देश में न्याय करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. बीजेपी के विषैले और भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ सुनवाई कर रहे दिल्ली हाइ कोर्ट के वरिष्ठ जज एस. मुरलीधर का रातों-रात तबादला कर दिया गया.”
सुरजेवाला ने कहा, “न्यायपालिका के खिलाफ बीजेपी की दबाव और बदले की राजनीति का पर्दाफाश हो गया है. कल दिल्ली हाइ कोर्ट की खंडपीठ के जज एस मुरलीधर और तलवंत सिंह ने दंगों में बीजेपी नेताओं की भूमिका को पहचानकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और दिल्ली पुलिस को संविधान के अनुरूप कार्रवाई के आदेश दिए.”
उन्होंने कहा, “जब न्यायाधीशों ने भाजपा के केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और कपिल मिश्रा के भड़काऊ वीडियो दिखाए तो, केंद्र सरकार के वकील और मोदी जी के चहेते तुषार मेहता ने तो ये दलील दे डाली कि, “इस समय नामित अपराधियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने का उचित समय नहीं है.”
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, “माननीय न्यायमूर्ति मुरलीधर का ट्रांसफर भारत के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम की 12.02.2020 की सिफारिश के अनुसार, किया गया था. जज का ट्रांसफर करते समय जज की सहमति ली जाती है. अच्छी तरह से तय प्रक्रिया का पालन किया गया है.”