नई दिल्ली: निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने एक बार फिर 3 मार्च को होने वाली फांसी टालने के लिए एक नई चाल चली है. उन्होंने बड़ी ही चालाकी से पहले तो पवन का केस बीच में छोड़ दिया और कहा कि उसे दूसरा वकील दिया जाए.
फिर अदालत ने पवन को नया वकील रवि काजी उपलब्ध कराया. बाद में पवन ने रवि काजी से मिलने से ही इनकार कर दिया और बचे विकल्प भी इस्तेमाल नहीं किए. अंत में जाकर वकील एपी सिंह ने दोबारा पवन का केस अपने हाथ में ले लिया और क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल कर दी ताकि चारों दोषियों की तीन मार्च को होने वाली फांसी टल जाए.
करीब 10 दिन पहले एपी सिंह ने एशियानेट को दिए एक इंटरव्यू में साफ-साफ कहा था कि 3 मार्च को दोषियों को फांसी नहीं होगी. एपी सिंह ने कहा था कि, इस देश में आतंकवादियों को बिरयानी दे रहे हैं और हमें फांसी दे रहे हैं. पिक एंड चूज का फॉर्मूला राष्ट्रपति अपना रहे हैं. मां मेरी देखती हैं अभी.