नई दिल्ली: सोशल एक्टिविस्ट फैसल खान लाला ने अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को पत्र लिखा. पत्र में कहा गया है कि रामपुर से सांसद आजम खान जिनके ऊपर 80 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं, जोकि धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज बनाने के केस में दिनांक 26 फरवरी को अपनी पत्नी तंजीम फात्मा और बेटे अब्दुल्ला के साथ रामपुर जेल में बंद हुए थे, जिन्हें अकारण देर रात रामपुर से जनपद सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया है.
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि उन्हें वहां न सिर्फ फाइव स्टार होटल का खाना परोसा जा रहा है बल्कि मोबाइल की सहूलियत भी दी गई है. इसके अतिरिक्त जेल नियमों को दरकिनार करके अनेकों संदिग्ध और अपराधी प्रवर्ती के लोगों की दिन-रात खुली मुलाकात कराई जा रही है, जबकि जेल नियमों के तहत एक गिरोह के लोगों को अलग-अलग जेल में रखा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मैं आजम खान के विरुद्ध लंबे समय से शिकायतें और मुकदमें दर्ज कराता रहा हूं, जिस पर शासन स्तर से अनेकों जांचे चल रही हैं, आजम खान की सीबीआई जांच कराने के लिए मैंने एक पीआईएल याचिका संख्या 2479/19 हाईकोर्ट में दाखिल की है. जिसपर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेकर प्रदेश सरकार से हलफनामें पर जवाब दाखिल करने के लिए 12 फरवरी 2020 से तीन हफ़्ते का समय दिया है मेरे पास आजम खान के काले कारनामों के बहुत से सबूत मौजूद हैं. इसलिए आजम खान मेरी जान के सख्त दुश्मन बने हुए हैं इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि वह मेरे पास मौजूद सबूतों को मिटाने के लिए सीतापुर जेल में बैठकर अपराधिक प्रवर्ती के लोगों से मिलकर मेरी हत्या की खतरनाक साजिशें रच रहे हैं.
फैसल लाला ने कहा कि पूर्व में कई बार राजभवन ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर मुझे सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे जिसके बाद मुझे दो गनर उपलब्ध कराए गए थे लेकिन हाल ही में उन दोनों गनरों को मेरी सुरक्षा से हटा लिया गया है.
फैसल लाला ने कहा कि 20 फरवरी 2020 को भारत के गृह मंत्रालय सहित संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर पुनः सुरक्षा उपलब्ध कराने का आग्रह किया था.