गोरखपुर: गोरखपुर में बीते 13 फरवरी को दवा कारोबारी सईद अहमद की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. कारोबारी की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसी के इकलौते बेटे अनस ने की थी. अपने पिता का खून कर अनस ने ऐसी साजिश रची थी कि 20 दिन तक पुलिस भी उलझी रही. पुलिस ने अनस को बक्शीपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
कोतवाली क्षेत्र के इस्माइलपुर निवासी दवा कारोबारी सईद अहमद का शव 13 फरवरी की रात में उनके बाथरूम में मिला था. शरीर में तीन गोलियां मारी गई थीं. दो सीने में और एक सिर में. सईद के इकलौते बेटे अनस ने पिता के खुदकुशी की सूचना पुलिस को दी थी और कारण डिप्रेशन बताया था. पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की तो तीन गोली मारकर आत्महत्या करने की बात पुलिस के गले नहीं उतरी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सईद की हत्या के तरफ ही इशारा कर रही थी.
बीते शुक्रवार को हैंडवॉश रिपोर्ट आई तो स्पष्ट हो गया था कि सईद ने खुदकुशी नहीं की थी, बल्कि किसी और ने उसे गोली मारी थी. इससे पुलिस का शक गहरा गया. हैंडवॉश रिपोर्ट आई तो अनस गोरखपुर से फरार हो गया. पुलिस ने उसका मोबाइल फोन सर्विलांस पर लिया तो पता चला कि वह मुरादाबाद पहुंच गया है. पुलिस ने परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. इस बीच सूचना मिली कि अनस गोरखपुर आ गया है. पुलिस ने छापा मारा और उसे बक्शीपुर से गिरफ्तार कर लिया. देर शाम कोर्ट में उसे पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया.
पुलिस के मुताबिक, अनस पर ज्यादा कर्ज था. वह कुछ प्रापर्टी बेचकर कर्ज उतारना चाहता था, लेकिन पिता सईद इसका विरोध कर रहे थे. इसी वजह से सईद की गोली मारकर हत्या की गई और उसे खुदकुशी का रूप दिया गया. नक्खास चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार सिंह की तहरीर पर अनस के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया. पुलिस के मुताबिक, परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर दवा कारोबारी के बेटे को गिरफ्तार किया गया. जल्द ही उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. पूछताछ में कुछ और आरोपितों के नाम सामने आ सकते हैं.