रांची: होली को लेकर बाजारों की रौनक बढ़ गयी है. शहर के विभिन्न बाजारों में लोगों की खासी भीड़ देखी जा रही है, हालांकि कुछ दुकानदारों का कहना है कि पुराने समय की बजाय इस बार होली के बाजार में कोई खास रौनक नहीं दिख रही है.
दुकानदारों ने कहा कि इस बार होली का बाजार काफी मंदा है. बाजार में ग्राहकों की सख्यां भी काफी कम दिखाई पड़ रही है. जबकि होली के त्योहार में मात्र एक सप्ताह का समय शेष है. अब तक थोक बाजार में होली के रंग, अबीर, पिचकारी, गुलाल की 20 प्रतिशत की बिक्री मानी जा रही है.
बिक्री नहीं होने की वजह से कई थोक दुकानदार अपने सामनों को कम रेट पर बेच कर स्टॉक खत्म कर रहे हैं. वहीं खुदरा होली बाजार में भी अब तक रंग, पिचकारी, अबीर मुखौटा की बिक्री नहीं के बराबर है. राजधानी में इस बार होली बाजार में देशी पिचकारी, अबीर, गुलाल व रंग की मांग देखी जा रही है. दुकानदारों ने बताया कि चीन में कोरोना वायरस की वजह से चीन के सामनों को यहां के व्यापारियों ने नहीं मंगवाया है. लगातार ग्राहकों की मांग इंडियन उत्पादों की ओर बढ़ रही है. इस बार पूरी तरह से होली बाजार में इंडियन माल की ही मांग रहेगी. आकर्षक रंगों व डिजाइन के पिचकारी कई रंग-बिरंगी व आकर्षक डिजाइनों की पिचकारी की व्यवस्था दुकानदारों ने ग्राहकों के लिए की है. इनकी कीमत पांच रूपये से लेकर 400 रुपये तक है.
पिचकारी में बोतल, स्प्रेबोतल, स्प्रेमशीन, बैट, रोकेट, मिक्की माउस,रोबट के अलावा कई अन्य प्रकार की डिजाइनों की पिचकारी उपलब्ध है. होली को लेकर कई प्रकार के मुखौटा ग्राहकों के लिए लाए गये है. इसमे साधु, नरेंद्र मोदी, बंदर, मिक्की माउस, टार्जन के अलावा कई अन्य प्रकार के मुखौटा 10 रुपये से 150 रुपये तक की दर पर उपलब्ध हैं.
होली को लेकर बाजार में कई प्रकार के टोपी व बाल ग्राहकों के लिए लाये गए हैं. इसमे मेरा नाम जोकर, नवाजी टोपी, नेट टोपी, बंदर टोपी के अलावा कई अन्य प्रकार की टोपियां ग्राहकों को काफी पसंद आ रही है. इसके अलावा कई प्रकार के बाल मे ऋर्षि मुनि, नारद, चोटी, रंग-बिरंगे बाल के अलावा कई अन्य प्रकार की दाढ़ी, मूंछ इस बार होली बाजार में ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई है.