रांची: रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार आदिवासियों का हर क्षेत्र में दोहन करने का प्रयास कर रही है. पत्थलगड़ी करने का विरोध करने वाले 7 लोगों की चाईबासा के बुरुगुलीकेरा में 19 जनवरी को निर्मम हत्या कर दी गयी. विपक्षी दलों के अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले जनप्रतिनिधियों के अधिकार का हनन अधिकारियों द्वारा नियम कानून की धज्जियां उड़ाकर किया जा रहा है. कई जगहों पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. मेयर मंगलवार को रांची के राजकीय अतिथिशाला में पत्रकारों से बात कर रही थी.
मेयर ने कहा कि नगर निगम में बिना प्रमाण के छापा मारा गया. सरकार ने डराने धमकाने के इरादे से छापा मारा है. उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी संस्थान में जाने से पहले सूचित करना चाहिए या पेपर दिखाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि जांच टीम में महिला अधिकारी भी होनी चाहिए, क्योंकि नगर निगम में महिला अधिकारी भी काम करती है.
उन्होंने ने कहा जब से हेमंत सरकार बनी है, तब से आदिवासियों का दोहन हो रहा है. विपक्षी दलों के अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित वर्ग से आने वाले जनप्रतिनिधियों का अधिकारियों द्वारा शोषण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि हजारीबाग नगर निगम के प्रभारी नगर आयुक्त जाधव विजय नारायण राव द्वारा स्थाई समिति एवं नगर परिषद बोर्ड की बैठक नियमों के विरुद्ध की गई. झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के तहत महापौर को प्राप्त शक्तियों की विस्तृत जानकारी देने के बाद भी नगर आयुक्त ने यह कदम उठाया.
इसी प्रकार से गिरिडीह नगर निगम के नगर आयुक्त ने महापौर द्वारा आहूत परिषद की बैठक को रद्द कर दिया. हेमंत सोरेन सरकार द्वारा नगर निकायों को पंगु करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि रबर स्टांप नहीं है कि कहीं भी हस्ताक्षर कर देंगे.
मेयर ने कहा कि 2 मार्च को राजधानी स्थित मुख्यमंत्री आवास से मात्र 500 मीटर की दूरी पर भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सागर मुंडा की मोरहाबादी में गोली मारकर हत्या कर दी गई. इन सभी बिंदुओं को लेकर हजारीबाग की मेयर रोशनी तिर्की, लातेहार की अध्यक्ष सीतामणि तिर्की और गिरिडीह के मेयर सुनील पासवान ने अनुसूचित जनजाति आयोग के केंद्रीय सदस्य और लोकायुक्त डीएन उपाध्याय को ज्ञापन सौंपा.