रांची: झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने बजट सत्र के तीसरे दिन भी सदन में शोर-शराबा कर रहे भाजपा विधायकों के रवैये पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सदन को मजाक न बनाए. उन्होंने कुछ भाजपा विधायकों के रिपोर्टियार टेबुल के चारों ओर घूमने पर एतराज जताते हुए व्यक्त करते हुए कहा कि यह कोई रंगमंच या आर्केस्ट्र नहीं है, सदन को मजाक न बनाएं.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन की अपनी गरिमा होती है, इस गरिमा के स्तर को बनाए रखने की जरूरत है. भाजपा विधायकों द्वारा बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर सदन में हो रहे हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि न्याय जरूर मिलेगा, लेकिन तरीके से मिलेगा. जबर्दस्ती न्याय नहीं हासिल किया जा सकता.
रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि आसन के साथ भी मजबूरी है, किसी नियम के तहत ही चलना पड़ेगा, प्रक्रिया पूरी कर ही न्याय संभव है. यह प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि राज्य की करीब सवा तीन करोड़ जनता के व्यापक हितों, जनहित के मुद्दों और ज्वलंत मुद्दों पर सार्थक चर्चा जरूरी है, इसलिए वे गतिरोध को खत्म करने के लिए अपने कार्यालय में सर्वदलीय बैठक बुलाना चाहते है, इसके साथ ही उन्होंने सभा की कार्यवाही को 20 मिनट तक के लिए स्थगित कर दिया. लेकिन दुबारा कार्यवाही शुरू होने पर भी विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा.