रांची: झारखंड विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन में भी बुधवार को मुख्य विपक्षी दल भाजपा की ओर से विरोध प्रदर्शन जारी रहा.
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो द्वारा आसन ग्रहण करने के साथ ही भाजपा के अनंत ओझा ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने की मांग की. इस बीच भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह ने आगमी मार्च-अप्रैल से शुरू होने वाले जनगणना 2021 का प्रारूप वर्ष 2010 के अनुरूप ही रखने की मांग को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया. जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने यह कहते हुए अमान्य कर दिया कि बजट में वाद-विवाद के दौरान उन्हें अपनी बात रखने का मौका मिलेगा.
इस बीच भाजपा के कई विधायक आसन के निकट आकर नारेबाजी करने लगे. भाजपा सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही आजसू पार्टी के लंबोदर महतो और विधायक प्रदीप यादव के अल्पसूचित प्रश्न का उत्तर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने दिया.
इस बीच भाजपा सदस्यों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामे को देखते हुए सभा की कार्यवाही को पहले दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी. सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू होने पर भी विपक्षी विधायकों का हंगामा जारी रहा.
हंगामे के बीच ही सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों द्वारा शून्यकाल के माध्यम से अपने क्षेत्र के मुद्दों को उठाया गया. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों को शांत रहने और सभा की कार्यवाही के सुचारू संचालन में सहयोग की अपील की गयी. लेकिन विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही को भोजनावकाश दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. भोजनावकाश के बाद विधानसभा में वार्षिक बजट पर चर्चा हुई.