निरज कुमार,
रांची: नोबेल कोरोना वायरस को लेकर राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री बढ़ गई है. आलम यह है कि मेडिकल स्टोर्स पर मास्क और सैनिटाइजर की किल्लत हो गई है. दवा विक्रेताओं का कहना है कि मास्क और सैनिटाइजर का डिमांड बहुत है, पर सप्लाई नहीं होने के कारण यह मार्केट में नहीं मिल पा रहा है.
लोगों में समाया डर
कोरोना वायरस के भारत में पैर पसारने की खबर से ही लोगों में डर समा गया है. लोग किसी प्रकार के संक्रमण में ना आए इसके लिए मास्क का सहारा ले रहे हैं. दवा विक्रेता अजय कुमार ने कहा कि मास्क और सैनिटाइजर की मांग है, पर मिल नहीं पा रहा है.
कालाबाजारी की खबर
मांग बढ़ने के साथ ही मास्क की कालाबाजारी की खबरें भी आ रही हैं. हालांकि मेडिकल स्टोर्स संचालक इस बात से इनकार करते हैं. उनका कहना है कि मास्क के अधिक मांग के कारण इसकी किल्लत हो गई है. उधर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मास्क की कालाबाजारी करने वालों को चेताया है. उन्होंने कहा है कि ऐसा करते पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एहतियात बरते की सलाह
झारखंड सरकार की ओर से भी कोरोना वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है. इसमें लोगों से अपील की गई है कि वे संक्रमित व्यक्ति संपर्क में आने से बचें. नियमित रूप से दिन में कई बार अपने हाथों को साबुन से धोएं. बिना हाथ धोए अपने आंख मुंह और नाक को नहीं छुए.
टेलीकॉम कंपनियां कर रही जागरूक
कोरोना वायरस को लेकर टेलीकॉम कंपनियों भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. कंपनियों द्वारा पहल करते हुए कॉलर ट्यून से पहले लोगों को कोरोना वायरस से बचने की सलाह दी जा रही है. कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस को रोका जा सकता है. इसके बाद विस्तृत जानकारी दी जाती है.
रिम्स में भर्ती मरीजों में पुष्टि नहीं
चीन, बहरीन और इंडोनेशियश से वापस झारखंड लौटे कोरोना वायरस चार संदिग्ध मरीजों में कोविड-19 की पुष्टि नहीं हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, रिम्स में भर्त्ती चार संदिग्ध मरीजों की पांच दिनों से निगरानी चल रही है. सभी की स्थिति खतरे से बाहर है. ये सभी चीन, बहरीन और इंडोनेशिया से लौटे थे. ये धनबाद और पलामू जिले के रहने वाले हैं.