भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बिसाहूलाल सिंह ने कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है. प्रदेश की राजनीति में चल रही उठापटक के बीच प्रदेश सरकार को एक झटका और लगा जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद विधायक बिसाहूलाल ने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया. कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की जानकारी दी. इससे पहले मध्यप्रदेश सरकार गिराने और बचाने के खेल में पिछले कई दिनों से चल रही उठापटक के बीच रविवार को कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह की भी वापसी हो गई थी. वह भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिले और अपनी बात रखी.
लेकिन आज अचानक उन्होंने अपना त्यागपत्र दे दिया. रविवार शाम विधायक बिसाहूलाल सिंह को पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल बेंगलुरु से विमान में इंदौर लाए. यहां से बघेल व गृह मंत्री बाला बच्चन के साथ सरकारी विमान से वे भोपाल लौटे. भोपाल पहुंचते ही बिसाहूलाल मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिले तो भाजपा के विधायक नारायण त्रिपाठी भी सीएम आवास पहुंचे.
बेंगलुरु से वापस लौटे कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि वे तीर्थ यात्रा करने गए थे. वे तब बोले थे कि मैं शुरू से कांग्रेस के साथ था और कांग्रेस के ही साथ रहूंगा. मुख्यमंत्री कमलनाथ को उनका पूरा समर्थन है. मंत्री बनाने का काम मुख्यमंत्री का है. हमें किसी ने बंधक नहीं बनाया था.
इसके बाद अचानक कल उन्होंने अपना पाला बदल लिया. बिसाहूलाल सिंह के परिजनों से लगातार बात होने के बयान से उनके बेटे द्वारा लिखवाई गई गुमशुदगी रिपोर्ट पर सवाल खड़े हो गए थे. राजधानी के टीटी नगर थाने में बिसाहूलाल के बेटे ने गुमशुदगी रिपोर्ट लिखवाई थी. रविवार को दोपहर में जब टीटी नगर थाना प्रभारी संजीव चौकसे से हाईप्रोफाइल व्यक्ति की गुमशुदगी रिपोर्ट पर कार्रवाई के बारे में पूछा था तो उन्होंने कहा कि थाने से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उनसे आसपास के जिलों या अन्य राज्यों को सूचना भेजने की बात पूछी तो उन्होंने इससे भी इनकार किया था.