नई दिल्ली: डॉ विशाखा भदाणे नासिक की रहने वाली हैं. उनके पिता अशोक भदाणे नासिक के उमराने गांव में एक छोटे से स्कूल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं. विशाखा दो बहनों व एक भाई में सबसे छोटी हैं. विशाखा के पिता अशोक चाहते थे कि उनके बच्चे पढ़ लिख कर बड़े आदमी बने. इसलिए वह शुरू से ही उनकी पढ़ाई पर काफी ध्यान देते थे. लेकिन उनकी कमाई इतनी नहीं थी कि घर खर्च के साथ वह बच्चों को अच्छे से सकें.
पढ़ाई पूरी करने के बाद विशाखा UPSC की तैयारी में जुट गईं. दूसरे प्रयास में साल 2018 में उनका सिलेक्शन UPSC में हो गया. उन्हें IPS रैंक मिली.