नई दिल्ली: बीते दिनों दिल्ली में हुए दंगे और हिंसा को लेकर हेट स्पीच देने वाले राजनेताओं के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में नई याचिका दायर हुई है. इसमें संपत्ति के नुकसान की भरपाई के लिए ऐसे नेताओं की संपत्ति जब्त करने की मांग भी की गई है.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब तक 53 हो गई है. गुरु तेग बहादुर अस्पताल में गुरुवार को मौत के छह और मामले आने के बाद यह संख्या बढ़कर 44 हो गई. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पांच, एलएनजेपी अस्पताल में तीन, और जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में एक मौत हुई है. इनमें दिल्ली पुलिस के हेडकांस्टेबल रतनलाल और आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा भी शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा कि हाल में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के सिलसिले में उसने 600 से अधिक मामले दर्ज किए हैं. पुलिस ने अपना बयान जारी कर कहा कि 654 दर्ज मामलों में से 47 शस्त्र कानून से जुड़े हुए हैं.
पुलिस ने कहा कि कुल 1820 लोगों को सांप्रदायिक दंगों के मामले में या तो हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
इससे पहले, गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आप) के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह दिल्ली हिंसा में अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद सरेंडर के लिए दिल्ली कोर्ट पहुंचे थे. ताहिर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अपनी कस्टडी में लिया.